बीकानेर । राजस्व सेवा परिषद के प्रदेशव्यापी आह्वान पर पूरे प्रदेश में पटवारी में गिरदावर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर है। जिससे आमजन के साथ किसान भी चिंतित नजर आ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार गत 28 अगस्त से पटवारी व गिरदावर हड़ताल पर है। क्षेत्र में अकाल जैसी भयावह स्थिति पैदा हो चुकी है। अकाल के चलते किसानों को बीमा क्लेम व अन्य सरकारी मुआवजे मिलने होते हैं। जिसमें गिरदावरी व क्रॉप कटिंग करना जैसे काम पटवारी के माध्यम से किए जाते हैं। लेकिन पटवारी व गिरदावर के हड़ताल पर चले जाने के कारण काम संभव नहीं हो पा रहा है। समय पर गिरदावरी व क्रॉप कटिंग नहीं हो पाई तो किसानों को सरकारी मुआवजा व बीमा क्लेम मिलना असंभव हो जाएगा। भयंकर अकाल की मार झेल रहे किसानों के लिए यह कोढ़ में खाज जैसा साबित हो रहा है । सरकार जहां पटवारी की हड़ताल को लेकर आंखें मूंद रखी है वहीं किसान इसको लेकर बेहद चिंतित नजर आ रहा है। पटवारी की हड़ताल किसानों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। सुईं के भवानी सिंह ने बताया की तहसीलों में नामांतरण, पंजीयन कार्य, जाति प्रमाण पत्र मूल निवास, सीमा ज्ञान, संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों संबंधी कार्य, नक्शों में तरमीम संबंधी कार्य, प्रमाण पत्रों की जांच, राजस्व रिकॉर्ड की प्रतिलिपि के लिए लोग चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

