


जयपुर।जयपुर नगर निगम ग्रेटर की विजिलेंस टीम में तैनात पुलिस उपनिरीक्षक (एसआई) राजवीर सिंह और उनके भाई सुरेन्द्र जाखड़ के खिलाफ मुरलीपुरा थाने में ठगी का मामला दर्ज हुआ है। ये मामला आर्मी में नौकरी लगाने के नाम पर वसूल किए 8 लाख रुपए वापस नहीं देने पर करवाया गया। मुकदमा मुरलीपुरा निवासी राकेश कुमार कलवानिया ने दर्ज करवाया है।मुरलीपुरा थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई 2022 में आरोपित राजवीर सिंह से पीड़ित राकेश कुमार मुलाकात हुई साल 2022 में हुई। उस समय आरोपित राजवीर ने खुद को राजस्थान पुलिस में होना बताया। इसके साथ ही अपने बड़े भाई आरोपित सुरेन्द्र को आर्मी से रिटायर्ड होना बताया। आरोपित ने कहा कि उसकी आर्मी में अच्छी जानकारी है और उसी की बदौलत उसके भाई के बेटों की नौकरी लगाई है।आरोपित राजवीर ने पीड़ित राकेश कुमार से कहा कि वह चाहे तो उसके बेटे को भी आर्मी में नौकरी लगवा सकता है। इस पर आरोपित ने पीड़ित से 10 लाख रुपए की मांग की। इसमें से 5 लाख रुपए पहले और बाकी के 5 लाख रुपए नौकरी ज्वॉइन करने के बाद आरोपित की बातों से प्रभावित होकर पीड़ित ने जुलाई 2022 में 5 लाख रुपए अगस्त में दिए।पेपर में हो गया फेल, तो दोाबरा एग्जाम देने के लिए कहाइसके बाद आरोपित ने पीड़ित के बेटे काे एनडीए का एग्जाम देने के लिए कहा। एनडीए का एग्जाम सितम्बर में हुआ और रिजल्ट अक्टूबर 2022 में आया। इस रिजल्ट में पीड़ित का बेटा फेल हो गया। इसके बाद पीड़ित ने जब आरोपित को रिजल्ट के बारे में बोला तो उसने कहा कि अगले एग्जाम में बैठाओ पक्का उसे पास करवा दूंगा।अप्रैल 2023 में फिर ले लिए 3 लाख रुपए करीब 3 महीने बाद वापस आरोपित ने पीड़ित से संपर्क किया और अप्रैल 2023 में एग्जाम पास करवाने के लिए 3 लाख रुपए की और मांग की। इस पर पीड़ित ने 3 लाख रुपए और दे दिए। इसके बाद दोबारा एग्जाम में भी पीड़ित का बेटा पास नहीं हुआ तो पीड़ित ने आरोपित से दी गई रकम वापस मांगी।धमकाया, कहा हाथ-पांव तुड़वा दूंगा जुलाई में जब पीड़ित राजेश कुमार ने आरोपित राजवीर सिंह से पैसे मांगे तो आरोपित ने उसे धमका दिया। कहा तेरे हाथ-पांव तुड़वा दूंगा और पुलिस में हू, झूठे मुकदमे लगाकर जेल भिजवा दूंगा। पैसे नहीं देने और धमकाने के बाद पीड़ित ने कोर्ट में अर्जी लगाकर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
