


जयपुर। जयपुर के 22 गोदाम पर टमाटर खरीदने पहुंचे जयपुरवासियों को हताश होकर लौटना पड़ा। देश में लगातार बढ़ती टमाटर की कीमत के बाद केंद्र सरकार ने आम आदमी तक सस्ते टमाटर पहुंचाने की शुरुआत की थी। जिसके तहत राष्ट्रीय उपभोक्ता संघ द्वारा जयपुर में भी 7 केंद्रों पर आज 70 रुपए किलो टमाटर की बिक्री होने वाली थी। लेकिन बिक्री की शुरुआत के महज कुछ ही देर में सभी टमाटर बिक गए।
जिससे जयपुर की जनता को खासा परेशान होना पड़ा। इस दौरान कुछ लोगों ने महंगे टमाटर के लिए जहां मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। वहीं कुछ नहीं से अशोक गहलोत की कालाबाजारी करार दिया। 2 किलो टमाटर खरीदने के लिए 200 रुपए ऑटो का किराया देकर टमाटर खरीदने पहुंची। महिलाओं को निराशा हाथ लगी। जिसके बाद उन्होंने महंगाई के लिए केंद्र और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
जयपुर के 22 गोदाम स्थित सहकार भवन के पीछे गली में टमाटर खरीदने पहुंची सोडाला की मंजू शर्मा ने बिगड़े हालात के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हम ऑटो कर टमाटर खरीदने पहुंचे थे। लेकिन यहां पर भी टमाटर तो सस्ते नहीं मिले। बल्कि, हमारे ऑटो के पैसे भी लग गए। सरकार की लापरवाही की वजह से लगातार न सिर्फ टमाटर बल्कि दूसरी सब्जियां भी दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है। जिससे पूरी रसोई और घर का बजट बिगड़ गया है। सोडाला की ही रहने वाली सुशीला कुमारी ने कहा कि हमने सुना था आज सस्ते टमाटर मिल रहे है। जिसके बाद हम भी 2 जगहों पर टमाटर खरीदने के लिए गए। लेकिन कही भी टमाटर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि सरकार आम आदमी की कोई परवाह नहीं करती है।
मध्यमवर्गीय परिवारों का बजट लगातार बढ़ती महंगाई के बाद गड़बड़ा गया है। निम्न मध्यमवर्गीय लोगों के लिए हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। ऐसे में अगर जल्द से जल्द इस महंगाई पर लगाम नहीं लगाई गई। तो भारत में जीवन यापन करना भी मुश्किल हो जाएगा। सहकार भवन के पीछे जब जनता को टमाटर नहीं मिले। तो उन्होंने टमाटर बेचने वाले विक्रेता से बहस शुरू कर दी। जिसके बाद परेशान विक्रेता भी सड़क पर बैठ आम जनता को समझाने की कोशिश करता रहा।
- Advertisement -

नंदपुरी के रहने वाले राजेश यादव ने कहा कि मैंने अखबार में पढ़ा था, सरकार सस्ते टमाटर बेच रही है। लेकिन जब मैं यहां टमाटर खरीदने पहुंच रहा था। तब मुझे किसी ने पावभर टमाटर तक नहीं दिए। बल्कि, यहां अव्यवस्थाओं का इतना बुरा हाल था कि कोई यह तक बताने को तैयार नहीं था कि टमाटर कहां कब और कैसे दिए जाएंगे। रामगंज के रहने वाले राम वाल्मीकि ने कहा कि मैंने सुना था सरकार सस्ते टमाटर बेच रही है। जिसके बाद में ऑफिस जाने से पहले टमाटर खरीदने पहुंचा था। लेकिन यहां मुझे एक टमाटर भी नहीं मिल सका। बल्कि, यहां पर इतनी ज्यादा अवस्थाएं हैं कि कोई मुझसे ग्राहकों को बताने या समझाने वाला आदमी तक मौजूद नहीं है।
राम ने कहा कि सरकार एक तरफ पाकिस्तान की महंगाई का हवाला देती है। लोग कहते हैं पाकिस्तान में टमाटर इतना महंगा हो रहा है। अरे भाई राजस्थान में कहां सस्ता मिल रहा है। यहां भी पाकिस्तान जैसे हालात पैदा हो गए हैं। महंगाई हर दिन अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रही है। टमाटर जैसी सब्जियों के लिए इंसान को दर दर की ठोकर खाने को मजबूर होना पड़ रहा है। इतने बुरे हालात तो मैं भी पहली बार देख रहा हूं। लेकिन कोई धणी धोरी नहीं है। जो आम जनता की समस्याओं को सुने और उनका समाधान करें।