


बीकानेर। जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव की ओर से गठित बीकानेर की साईबर क्राईम रिस्पांस सैल के नाम रविवार को एक और उपलब्धि दर्ज हुई है। सैल ने महज चंद घंटो में एक महिला खाताधारी मामूली लापरवाही से फोन-प के जरिये किसी अज्ञात शख्स के बैंक खाते में ट्रांसफर हुई रकम
की भरपाई करवा दी। इसके लिये महिला खाताधारी ने साईबर क्राईम रिस्पांस सैल के प्रति कृतज्ञता जताई है।
यह मामला खाजूवाला निवासी रोशनी देवी पत्नी इंद्र चंद से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह रोशनी देवी को अपने किसी परिचित के फोन पे पर 25245 रूपए ट्रांसफर करने थे। ट्रांसफर के दौरान महिला से एक छोटी सी गलती हो गई। उसने
मोबाइल नंबर का एक डिजिट गलत डाल दिया। पैसे पहुंचते थे परिचित को और पहुंच गए मध्यप्रदेश के कन्नौज में। रोशनी देवी ने कन्नौज निवासी को फोन मिलाकर सारी जानकारी दी। रूपए लौटाने का आग्रह भी किया। मगर कन्नौज निवासी ने कहा कि वह अकांउट चैक करके बताएगा। बाद में उसका लालच जाग गया और उसने पैसे लौटाने से साफ इंकार कर दिया।

रोशनी देवी ने साईबर क्राइम रेस्पॉन्स सैल से संपर्क कर सारी बात बताई। प्रभारी सीआई रमेश सर्वटा ने बताया कि महिला की मदद
के लिए तुरंत कार्रवाई शुरू की गई और तीन घंटे में ही सफलता मिल गई। सीआई ने बताया कि पीडि़ता का एचडीएफसी बैंक में अकाउंट है जो फोन पे से लिंक है। पैसे ट्रांसफर भी कन्नौज निवासी के फोन पे पर ही हुए। कन्नौज निवासी को जब सारी बात पता चला तो उसकी नीयत खराब हो गई। उसने फोन पे से ये पैसे अपने गूगल पे पर ट्रांसफर कर लिए और वहां से बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए। उसका गूगल पे
अकाउंट किसी अन्य बैंक अकाउंट से लिंक था। सैल सदस्य कांस्टेबल रामबक्श को रूपए रिफंड करवाने का टास्क दिया गया था। उसने तकनीकी साधनों का उपयोग करते हुए बैंक ट्रांजेक्शन व यूपीआई ट्रांजेक्शन को ट्रेस करते हुए सारी डिटेल्स
पता कर ली। अंतिम रूप से बैंक ऑफ बड़ौदा बीकानेर के मैनेजर भवानी सिंह ने सैल की काफी मदद की। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए सारी सूचनाएं उपलब्ध करवाई। तथा त्वरित कार्रवाई करते हुए कन्नौज निवासी के अकाउंट में पैसे होल्ड करवाए दिए। तीन घंटों में महिला को पैसे रिफंड भी हो गए।