बीकानेर।परिजनोंं का कहना है कि लड़की के पिता ने इस संबंध में तत्कालीन सीआई अरविन्द सिंह को शिकायत की थी लेकिन कार्रवाई करने के बजाय उसके पिता को ही धमका दिया। यहां तक कि उसे थाने में बिठाकर भी रखा। इससे डरकर लड़की अकेले जाने के बजाय अपनी भाभी को लेकर कोचिंग जाने लगी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़ित परिवार को 25 लाख की सहायता राशि पीड़ित पक्ष काे 10 लाख रु. सरकारी सहायता व 15 लाख जन सहयोग से दी जाएगी। थाने के पूर्व सीआई सहित अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी काे सौंपी गई है।आईजी ओम प्रकाश ने बताया कि बीकानेर एसपी को निर्देश दिया है कि दोनों पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच करके उन्हें बर्खास्त किया जाए।

