


जयपुर। राजस्थान में मिशन 2023 के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। सबसे पहले ऐसी सीटों का प्लान बनाया जा रहा है जहां कांग्रेस दो या तीन बार से लगातार हार रही है। पार्टी अब ऐसी सीटों पर उम्मीदवार चयन के लिए जीत का फॉर्मूला तलाशने में लगी है। इन सीटों पर उम्मीदवारों के चयन के दौरान कई पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा। राजस्थान में करीब 40 से ज्यादा सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस लगातार कई चुनाव हार चुकी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि इन सीटों पर सारे समीकरण देखें जाएंगे और इसके बाद ही उम्मीदवार तय होंगे। गहलोत सरकार के मंत्री और पायलट समर्थित नेता के बीच नोंकझोंक, ्रढ्ढष्टष्ट सचिव को करना पड़ा बीच-बचाव इन प्रमुख सीटों पर 3 बार से हार राजस्थान में लगातार तीन बार से कांग्रेस की हार वाली सीटों में जयपुर जिले में ही मालवीय नगर, सांगानेर, विद्याधरनगर, फुलेरा शामिल है। इसके अलावा उदयपुरवाटी, नदबई, महुवा, रतनगढ़, बीकानेर पूर्व अनूपगढ़, श्रीगंगानगर, भादरा आदि ऐसी सीटें कांग्रेस के लिए चुनौती बनी हुई हैं और अब इसके जीतने के लिए अलग रणनीति पर बात की जा रही है। नगर निगम के दायरे में आएंगे दर्जनों गांव, आबादी होगी 5 लाख, 85 होंगे वार्ड
विधानसभा क्षेत्रों में जुटने के निर्देश रंधावा ने रविवार को पीसीसी वॉर रूम में कांग्रेस नेताओं से विचार-विमर्श किया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी नेताओं से लगातार बातचीत की जा रही है। सभी विधायकों और हारे उम्मीदवारों को कह दिया है कि वे अपने चुनाव क्षेत्रों में जाकर जुटें। सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाना है और लोगों को इसका लाभ दिलाना है। रंधावा ने कहा कि उम्मीदवारों के चयन में कांग्रेस के प्रति निष्ठा को भी देखा जाएगा और नेताओं का बैकग्राउंड भी देखेंगे। रंधावा ने कहा कि वो ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मिल रहे हैं जो घर बैठ गए हैं। उन्हें सक्रिय कर रहे हैं। हम पांच सौ में सिलेंडर और सौ यूनिट बिजली भी फ्री दे रहे हैं। मोदी सरकार को भी ये काम करना चाहिए।
