


जयपुर।कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के नाम से एक पार्षद को निगम चेयरमैन बनाने का झांसा देकर 50 लाख रुपए ठगी का मामला सामने आया है। झोटवाड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। फतेहपुर सीकर निवासी विकायत हुसैन (34) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। जो झोटवाड़ा स्थित 200 फीट बाईपास के पास परिवार सहित रहता है।पीड़ित ने बताया- उसके परिवारिक दोस्त सिराज के भाई की जयपुर चुंगी नाका दिल्ली रोड पर दरगाह है। उस दरगाह की कमेटी के मसले को लेकर साल 2019 में सिराज ने नितम शर्मा नाम के व्यक्ति से मिलने भेजा था। नितम शर्मा से जान पहचान हो गई। उस मामले को लेकर नितम शर्मा ने कई बार उसे कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के पास भी भेजा। महेश जोशी को नितम शर्मा अपना समधी बताता था। उस मामले में करीब 2 साल तक नितम शर्मा के संपर्क में रहा था।
बार्ड या निगम चेयरमैन बनाने की हुई डील शिकायत में पीड़ित ने बताया- उसने बातचीत के दौरान आरोपी नितम शर्मा को कहा कि आप मेरे बुआ के लड़के आबिद अली परिहार को किसी बोर्ड या निगम का चेयरमैन बना दो। वो फतेहपुर से 5-6 बार पार्षद है। नितम शर्मा ने कहा कि मैं बात करता हूं। सितम्बर-2021 में नितम शर्मा ने जयपुर के बनीपार्क स्थित होटल उम्मेद पैलेस में कॉल कर बुलाया।
पीड़ित अपने बुआ के लड़के आबिद अली परिहार और 5 लोग होटल में नितम शर्मा से मिले। नितम शर्मा के साथ रेलवे स्टेशन के पास स्थित महेश जोशी के घर गए। नितम ने महेश जोशी से मिलवाया। आबिद का परिचय करवाकर उसका राजनीतिक बायोडाटा महेश जोशी को दिया। नितम शर्मा ने महेश जोशी को आबिद के लिए कहा कि इनके लिए कोई बोर्ड या निगम का चेयरमैन का पद देखो। मंत्री महेश जोशी ने बायोडाटा लेकर कहा- यह सीएम तक पहुंचा दूंगा। फिर वहां से चले गए।बोला- 1 करोड़ तक आएगा खर्च महेश जोशी के घर से वापस होटल जाने के दौरान रास्ते में नितम ने उसके साथ चाय पी। चाय पीते समय नितम ने कहा- आबिद को बोर्ड का चेयरमैन बनाने में 70 लाख से 1 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा। तुम्हारा काम हो जाएगा। महेश जोशी मेरी कही बात नहीं टालते। काम कराने के पहले 50 लाख रुपए लगेंगे। बाकी काम होने के बाद देने है। इनमें मैं कम भी करवा दूंगा।दो बार मिलने पर लिए 50 लाख दिसंबर 2021 में नितम शर्मा ने फोन किया। 50 लाख रुपए लेकर देहरादून बुलाया। देहरादून मिलने जाने पर 35 लाख रुपए नितम शर्मा को दिए। नितम शर्मा ने 15 लाख रुपए ओर मांगते हुए कहा कि आपके काम में 6 महीने लगेंगे। जून 2022 में नितम शर्मा जयपुर के झोटवाड़ा स्थित उसके घर पर आया। घर मिलने आने पर बाकी के 15 लाख रुपए दिए। उसके बाद वह लगातार उसे आश्वासन देता रहा। बोर्ड, निगमों की चेयरमैन नियुक्तियों की 2-3 लिस्ट आने पर भी आबिद अली का नाम नहीं आया।कैबिनेट मंत्री महेश जोशी से कहा- पुलिस में शिकायत करो काम नहीं होने पर नितम शर्मा को कॉल किया। उसने फोन पर भी बात करना बंद कर दिया। धोखाधड़ी की आंशका होने पर परेशान होकर 26 मई 2023 को महेश जोशी के बंगले पर गया। वहां पर महेश जोशी को कहा- नितम शर्मा जो आपके समधी है तो उन्होंने पहचाना नहीं। जिस पर मैंने उनसे कहा- उत्तराखण्ड वाले नितम की बात कर रहा हूं। महेश जोशी ने कहा- वो मेरे समधी नहीं। मुझे नहीं पता तुम या तो नितम शर्मा से बात करो या पुलिस में शिकायत करो। आखिर पीड़ित ने 2 जून को मामला दर्ज करवाया।पूरे मामले पर महेश जोशी ने कहा- मेरा कोई समधी नहीं है। मैंने उसे मामले में FIR दर्ज करवाने की भी कहा था। मैंने खुद पुलिस कमिश्नर को लिखा। अगर ये पीड़ित है तो उसकी जांच और उसको भी न्याय मिलें।
