बीकानेर।आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर हॉस्पिटल में बीते वर्ष 13 हजार कैंसर पेंशेंट रिपोर्ट हुए हैं। इसमें 40 फीसदी मुंह और फेंफड़ों के कैंसर से पीड़ित थे। कैंसर मरीजों का यह आंकड़ा पिछले दस साल में दोगुना हुआ है। भास्कर टीम ने कैंसर मरीजों की बढ़ रही संख्या को लेकर पड़ताल की तो हैरान करने वाली बात सामने आई। नेशनल हेल्थ फैमिली सर्वे की 2019-21 की रिपोर्ट बताती है कि बीकानेर में तंबाकू सेवन करने वाले लोगों की संख्या राजधानी जयपुर से भी अधिक है। जयपुर में जहां 15 वर्ष से अधिक उम्र के 33.1 फीसदी लोग तंबाकू का सेवन करते हैं, वहीं बीकानेर में इसका आंकड़ा 38 फीसदी तक पहुंच चुका है।हैरान करने वाली बात यह भी है कि बीकानेर में प्रति माह करीब 12 करोड़ रुपए के तंबाकू की बिक्री हो रही है। मानसिक रोग विभाग के जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ प्रति वर्ष करीब 2 हजार लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करता है। मानिसक रोग विभाग के आउटडोर में वर्ष 2022 में करीब 10 हजार लोगों ने तंबाकू से होने वाली विभिन्न बीमारियों का इलाज लिया है। जबकि वर्ष 2014 में इस प्रकार के रोगियों का आंकड़ा महज 5094 था15 साल में: हृदय रोग का खतरा कभी धूम्रपान नहीं करने वाले के समान हो जाएगा।
जिंदगी चुनो, तंबाकू नहीं तंबाकू में मौजूद निकोटीन खतरनाक रसायन है। इससे कैंसर, हृदय रोग (सीवीडी), मधुमेह, फेफड़ों की बीमारी, स्ट्रोक, बांझपन, अंधापन, तपेदिक (टीबी), ओरल केविटी आदि रोगों के होने की संभावना रहती है। तंबाकू को डॉक्टरों की काउंसिलिंग और मेडिकल ट्रीटमेंट से छोड़ा जा सकता है। इसके नुकसान और फायदों को मरीज की काउंसिलिंग के दौरान समझाया जाता है। – डॉ. श्रीगोपाल गोयल, आचार्य, मनोरोग विभाग
दर्दनाक मौत नहीं, खुशहाल जीएं तंबाकू से होने वाले कैंसर पीड़ित मरीज की दर्दनाक मौत होती है। ऐसे में तंबाकू खाकर दर्दनाक मौत को बुलावा देने की बजाय समय रहते तंबाकू छोड़कर खुशहाल जिंदगी जीने की तरफ आगे बढ़ना चाहिए। परिजनों को चाहिए कि वह अपने बच्चों को तंबाकू से दुष्परिणामों को बताएं। अगर किसी मरीज में कैंसर के लक्षण दिखे तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। डॉ. एसएस कुमार, विशेषज्ञ, कैंसर हॉस्पिटल बीकानेर
चौकाने वाले आंकड़े नेशनल तंबाकू कंट्रोल प्रोग्राम के आंकड़े बताते हैं कि देशभर में तंबाकू खाने वाले लोगों की संख्या 26.7 करोड़ है, जो कुल आबादी का 28.6% है। तंबाकू सेवन करने से 104500 करोड़ का आर्थिक नुकसान लोगों को हर साल हो रहा है। इतना ही नहीं रोजाना 3500 मरीज की मौत का कारण भी तंबाकू ही है। पुरुषों में 50% कैंसर और महिलाओं में 20% कैंसर की वजह भी तंबाकू को ही माना गया है।
कैंसर मरीज दोगुने, वजह तंबाकू शहर में हर माह 12 करोड़ का तंबाकू बिकता है
