


जयपुर। राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए राष्ट्रीय कांग्रेस ने चुनाव लडऩे वाले नेताओं की सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने 30 युवा नेताओं की लिस्ट जारी की है, जो राजस्थान में यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव लड़ सकते हैं। इन्हीं 30 नाम में से कोई एक राजस्थान यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनेगा। यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के लिए फिलहाल किसी ने नॉमिनेशन नहीं भरा है। आज नॉमिनेशन की आखिरी तारीख है और रात 12 बजे तक ऑनलाइन नॉमिनेशन भरे जाएंगे।
प्रदेशाध्यक्ष के लिए 30 नेताओं की कांग्रेस की लिस्ट जारी होने के बाद अब प्रत्याशी अपने नॉमिनेशन भरेंगे। इसके बाद 19 जनवरी तक ऑब्जेक्शन और फिर 21 जनवरी तक छंटनी के बाद 22 जनवरी को चुनाव लडऩे वाले नेताओं की अंतिम लिस्ट जारी हो जाएगी। कांग्रेस ने जिन 30 लोगों की लिस्ट जारी की है, ये वो नेता हैं जिन्हें कांग्रेस ने हाई परफॉर्मर, कांग्रेस के प्रति समर्पित और जो पार्टी में पूर्व में प्रमुख पदों पर रहे हैं।
कांग्रेस की लिस्ट में कई मजबूत नाम हैं। इनमें कई ऐसे भी हैं, जिनके मजबूत पॉलिटिकल कनेक्शन हैं। इसके अलावा यूथ कांग्रेस के इन चुनावों में कांग्रेस में चल रही खींचतान का असर भी देखने को मिलेगा। इन नामों में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दोनों खेमों से कई महत्वपूर्ण दावेदार हैं। माना जा रहा है कि दोनों खेमों से नेता अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
जातिगत गणित भी करेगा काम
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इन चुनावों में कांग्रेस के लिए जातिगत गणित भी काम करेगा। क्योंकि सभी प्रमुख जातियों से मजबूत दावेदार इस बार हैं। ऐसे में चुनाव और उसके बाद कौन अध्यक्ष बनता है इसे लेकर कांग्रेस को सोशल इंजीनियरिंग भी करनी पड़ेगी। प्रमुख रूप से देखा जाए तो इन नेताओं में जाट, ब्राह्मण, अल्पसंख्यक, राजपूत, विश्नोई, मीणा और दलित समाज से मजबूत दावेदार हैं।
प्रमुख दावेदारों पर नजर डालें तो विश्नोई समाज से अभिमन्यू पूनिया हैं, जो एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं और सचिन पायलट खेमे से हैं। वे मुकेश भाकर के सबसे करीबियों में से हैं। इसी तरह राजपूत उम्मीदवार के रूप में दुष्यंत चुंडावत हैं। वे मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के भांजे हैं। वहीं जाट उम्मीदवार के रूप में सतवीर चौधरी, यशवीर शूरा और अशोक कुल्हाडिय़ा हैं। सतवीर राज्य क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष हैं और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के करीबी हैं।

इसी तरह माहिन खान मैकश और अरबाब खान माइनॉरिटी से मजबूत उम्मीदवार हैं। फिलहाल वे यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं। माहिन गहलोत खेमे से हैं और यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के करीबी हैं। इसी तरह ब्राह्मण समाज से दीनबंधु शर्मा और मीणा समाज से राकेश मीणा और जगमोहन मीणा मजबूत है। राकेश मीणा भी पायलट खेमे से हैं।
वहीं अगर महिला खेमे की बात करें तो पूजा वर्मा, रेखा कलासुआ और कांता ग्वाला मजबूत दावेदार हैं। पूजा वर्मा मजबूत दलित चेहरा हैं। वे राजस्थान यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वहीं रेखा कलासुआ डूंगरपुर से जिला परिषद सदस्य हैं। इसी तरह कांता ग्वाला मजबूत महिला जाट चेहरा हैं। वे जोधपुर से हैं और जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुकी हैं।
दोनों खेमे लगाएंगे अपना पूरा जोर
इस चुनाव के लिए राजस्थान में दोनों खेमों की ओर से अपना जोर लगाया जाएगा। सियासी उठापटक और गुटबाजी के बीच इन चुनावों से पायलट अपना दमखम दिखाना चाहेंगे। युवाओं में पायलट की पकड़ मजबूत मानी जाती है। दूसरा खेमा भी अपनी पकड़ और लोकप्रियता के बूते यूथ कांग्रेस चुनाव में मजबूती से उतरना चाहेगा। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले दोनों खेमों में आपसी खींचतान का एक नमूना इन चुनावों में देखने को मिल सकता है।