


जयपुर। राजस्थान के कुख्यात गैंगस्ट राजू ठेहट की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ में लगी है। इस पूरे मामले में हत्या करने वाले पांच बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है।
जयपुर . राजस्थान के कुख्यात गैंगस्ट राजू ठेहट की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ में लगी है। इस पूरे मामले में हत्या करने वाले पांच बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है।
पुलिस ने बदमाशों को पकडऩे के लिए ए श्रेणी की नाकाबंदी करवाई थी, वहीं अलग अलग टीमों का गठन करके बदमाशों पर अपना शिकंजा कस दिया था। डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि हत्या में पांच बदमाश शामिल थे, जिन्हें पकड़ लिया गया है। जयपुर रेंज के आईजी उमेश दत्ता और सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप के नेतृत्व में यह ऑपरेशन चल रहा था। टीम ने बदमाशों को झुंझूनू बॉर्डर पर पकड़ लिया। पुलिस ने वारदात के लिए काम में ली गई क्रेटा गाड़ी को भी बरामद कर लिया।
राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट की गोली मारकर हत्या करने के बाद 24 घंटे में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस पूरे मामले के बाद सीकर में दहसत का माहौल व्याप्त हो चुका था। बाजार को बंद करवाया गया तथा आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया तथा धरना शुरू किया गया।
राजू ठेहट की हत्या के बाद यूपी बॉर्डर पर भी दिखी सख्ती, वाहनों की जांच
पुलिस ने बदमाशों को पकडऩे के लिए सीकर, झुंझुनूं, चुरू सहित हरियाणा में टीमें भेजी गई है। डीजीपी उमेश मिश्रा इस पूरे मामले की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। एडीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा खुद पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने चारों बदमाशों को नामजद कर लिया है सभी बदमाश हरियाणा के है।
उधर ठेहट की हत्या के बाद सीकर शहर में तनाव है। जगह जगह पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया हैं। मेडिकल की दुकानों को छोडक़र सभी जगह बंद नजर आया। उधर सीकर, गैंगस्टर राजू ठेठ मामले में विधायक मुकेश भाकर व राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी भी शनिवार को एसके अस्पताल पहुंचे थे। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव नहीं लेने की चेतावनी दी थी। अस्पताल की मोर्चरी के बाहर वह धरने पर बैठे थे।
राजू ठेहट की हत्या करने बदमाश हरियाणा से आए थे। हत्या करने वाले नवीन बॉक्सर, जतिन जॉनी, सतीश और हिमांशु को पुलिस ने पकड़ लिया है और अभी पूछताछ की जा रही है। पूलिस ने बताया कि राजू ठेहट की हत्या करने से पहले पूरी तरह रैकी की थी। उन्हें ठेहट के बाहर आने के बारे में पूरी जानकारी थी। यही वजह थी कि वारदात करने के बाद उनके चेहरे पर किसी तरह का खौफ नहीं था। वह हथियार हवा में लहराते हुए पहले पैदल गए और वहां से ताराचंद की गोली मारने के बाद कार लूट ली। कार से आरोपी वहां से भाग गए थे।