


बीकानेर। सोशल मीडिया क्राइम पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है। शातिर महिलाएं सोशल मीडिया के जरिये युवाओं से दोस्ती कर उन्हें हनीट्रैप और से सटॉर्शन के जाल में फंसा रही है और फिर उन्हे ंझूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रही हैं। पुलिस के पास आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन कार्रवाई के बाद भी ये सोशल मीडिया क्राइम थम नहीं पा रहा है। शुक्रवार को कोटगेट थाने पहुंची स य परिवार की दो महिलाओं ने बताया कि कुछ दिन पहले मेरे पति के मोबाइल पर बेनामी कॉल आई थी, गलती से मेरे बच्चे ने कॉल अटेण्ड कर ली। इसके बाद बेनामी कॉल करने वाली अनजान युवती ने मेरे पति को वाट्सएप से जोड़ लिया और वीडिय़ों कॉल के जरिये अश£ीलता करने लगी। उसने मेरे पति का भी वीडिय़ों बना लिया और अब पुलिस कार्यवाही की धमकी देकर फिरौती वसूली का दबाव बना रही है। पुलिस के अनुसार इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। बीते साल भर से आये दिन इस तरह के मामले सामने आ रहे है। जिससे अपराध जगत में सै सटॅार्सन कहा जाता है। इससे बचाव का एक ही रास्ता है कि बेनामी नंबर लॉक कर दो। पुलिस के अनुसार साइबर क्राईम करने वालों के ऐसे कई गिरोह सक्रिय है जो युवतियों को आगे कर लोगों को अपने ठगी के जाल में फंसा रहे हैं। गिरोह में शामिल महिलाएं पहले लोगों से फेसबुक व इंस्टाग्राम के जरिए दोस्ती कर बातचीत को आगे बढ़ाते हुए उनके मोबाइल नबर ले लेती हैं। फिर कॉल और व्हाट्स-एप मैसेज के जरिये अश्लील चैटिंग से जाल में फंसा लेती है। इसके बाद वाट्सएप कॉल के जरिये अश£ील वीडियों बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते हुए लाखों रुपए की डिमांड करती है। लगातार कार्रवाई कर रहे एएसपी सिटी अमित बुढ़ानिया ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को हनीट्रैप और से सटॉर्शन के जाल में फंसा ब्लैकमेल करने वालों के खिलाफ पुलिस सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करती है। लगातार ऐसे मामले में पकड़े जा रहे हैं। इन गिरोह में कई महिलाएं भी शामिल हैं।