भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आरक्षण प्रणाली में एक अहम बदलाव किया है। अब ट्रेनों का पहला आरक्षण चार्ट पहले की तुलना में काफी पहले तैयार किया जाएगा, जिससे यात्रियों को समय रहते यह जानकारी मिल सकेगी कि उनकी टिकट कन्फर्म हुई है या वेटिंग में ही रह गई है। इस फैसले से रोजाना यात्रा करने वाले करोड़ों यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा।
कितने घंटे पहले बनेगा पहला चार्ट
रेल मंत्रालय ने इस संबंध में सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम (CRIS) को नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। रेलवे ने ट्रेनों के प्रस्थान समय के आधार पर चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया को दो अलग-अलग श्रेणियों में बांटा है।
पहली श्रेणी में वे ट्रेनें शामिल हैं, जो सुबह 5:01 बजे से दोपहर 2:00 बजे के बीच रवाना होती हैं। ऐसी ट्रेनों का पहला आरक्षण चार्ट अब यात्रा से एक दिन पहले शाम 8:00 बजे तक तैयार कर लिया जाएगा। इससे सुबह यात्रा करने वाले यात्रियों को रात में ही अपनी सीट की स्थिति स्पष्ट रूप से पता चल सकेगी।
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दूसरी श्रेणी की ट्रेनों के लिए नया नियम
दूसरी श्रेणी में दोपहर 2:10 बजे से रात 11:59 बजे तक चलने वाली ट्रेनें, साथ ही आधी रात से सुबह 5:00 बजे तक रवाना होने वाली ट्रेनें शामिल हैं। इन सभी ट्रेनों का पहला चार्ट अब ट्रेन के प्रस्थान से कम से कम 10 घंटे पहले तैयार किया जाएगा।
यात्रियों को क्या होगा फायदा
रेलवे बोर्ड का यह निर्णय खास तौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है, जो ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों से कई घंटे का सफर तय कर स्टेशन पहुंचते हैं। पहले उन्हें आखिरी समय तक टिकट कन्फर्म होने का इंतजार करना पड़ता था, जिससे मानसिक तनाव और अनावश्यक परेशानी होती थी।
पहले कैसे बनता था चार्ट
अब तक आरक्षण चार्ट अक्सर ट्रेन चलने के काफी करीब तैयार किया जाता था। कई बार यात्रियों को स्टेशन पहुंचने के बाद ही यह पता चलता था कि उनकी सीट कन्फर्म है या नहीं। इससे समय, पैसा और योजना तीनों प्रभावित होते थे।
रेलवे का उद्देश्य
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस बदलाव का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर योजना बनाने का अवसर देना और अंतिम समय की असुविधा को कम करना है। नए नियम लागू होने से यात्रा अनुभव अधिक सहज और भरोसेमंद होने की उम्मीद की जा रही है।


