शहर में साइबर ठगी का एक नया और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पूजा-पाठ के नाम पर खुद को सेना से जुड़ा बताकर एक व्यक्ति से हजारों रुपये की ठगी कर ली गई। इस संबंध में नत्थुसर गेट के अंदर रहने वाले सुरेश कुमार पुरोहित ने नयाशहर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
घर आकर रचा भरोसे का जाल
परिवादी सुरेश कुमार पुरोहित ने पुलिस को बताया कि 15 दिसंबर की शाम करीब सात बजे मनोज कुमार शर्मा नाम का व्यक्ति उनके घर आया। उसने खुद को एक परिचित बताते हुए कहा कि मिलिट्री एरिया में एक मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करवाई जानी है। इसके लिए प्रमील कुमार नाम का व्यक्ति उनसे आगे संपर्क करेगा।
खुद को बताया सेना अधिकारी
इसके अगले दिन 16 दिसंबर को प्रमील नाम के व्यक्ति ने व्हाट्सएप के जरिए सुरेश कुमार से संपर्क किया। उसने खुद को सेना का अधिकारी बताया और भरोसा दिलाने के लिए सेना से जुड़े पहचान पत्र और वर्दी वाले कुछ दस्तावेज भी भेजे। इन कागजातों को देखकर परिवादी को उसकी बातों पर विश्वास हो गया।
APK फाइल के जरिए खाते से निकाली रकम
17 दिसंबर को प्रमील ने कई बार फोन और मैसेज के जरिए संपर्क किया। बातचीत के दौरान दक्षिणा देने की बात कहकर एक APK फाइल डाउनलोड करवाने को कहा। फाइल डाउनलोड करते ही परिवादी के बैंक खाते से दो बार में कुल करीब 45 हजार रुपये निकाल लिए गए।
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परिवादी के अनुसार पहली बार 21,999 रुपये और दूसरी बार 22,990 रुपये खाते से कट गए। इसके बाद आरोपी का फोन बंद हो गया और संपर्क पूरी तरह टूट गया।
पूजा-पाठ करने वालों को बनाया निशाना
सुरेश कुमार ने बताया कि वे पूजा-पाठ का कार्य करते हैं और अक्सर यजमान उनसे संपर्क में रहते हैं। इसी बात का फायदा उठाकर साइबर ठग ने खुद को सेना अधिकारी बताकर विश्वास जीता और ठगी को अंजाम दिया।
पुलिस ने शुरू की जांच
मामले की शिकायत मिलने के बाद नयाशहर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ साइबर ठगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई फाइल, लिंक या एप्लिकेशन डाउनलोड न करें और खुद को सरकारी या सैन्य अधिकारी बताने वालों की जानकारी की पहले पुष्टि करें।

