बीकानेर। बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक जेठानंद व्यास ने रविवार देर रात पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर का अचानक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण उस समय हुआ, जब एक कार्यकर्ता ने फोन कर शिकायत की कि ट्रॉमा सेंटर में जरूरी चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में उसकी पत्नी का इलाज समय पर नहीं हो पा रहा है।

सूचना मिलते ही विधायक व्यास बिना देरी किए अस्पताल पहुंचे और आपातकालीन सेवाओं की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान सामने आया कि ट्रॉमा सेंटर में तत्काल सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिसके चलते एक गंभीर मरीज को एंबुलेंस के जरिए अन्य स्थान पर भेजना पड़ा। इस पर विधायक ने नाराजगी जताते हुए अधीक्षक को मौके पर ही व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।
गंभीर मरीजों के लिए त्वरित जांच पर जोर
विधायक व्यास ने स्पष्ट कहा कि ट्रॉमा सेंटर जैसे संवेदनशील विभाग में ऑन द स्पॉट सोनोग्राफी की सुविधा अनिवार्य होनी चाहिए, ताकि गंभीर मरीजों को समय पर जांच और उपचार मिल सके। उन्होंने पीबीएम अधीक्षक डॉ. बी.सी. घीया को निर्देश दिए कि इस कमी को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए।
उपकरणों की कमी भी आई सामने
निरीक्षण के दौरान कुछ आवश्यक मेडिकल उपकरणों की कमी भी उजागर हुई। विधायक ने इन खामियों को तत्काल दूर करने के निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों की जान से जुड़ी सेवाओं में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को निजी अस्पतालों जैसी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
अधीक्षक ने दी स्थिति की जानकारी
पीबीएम अधीक्षक डॉ. बी.सी. घीया ने बताया कि अस्पताल की आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से सुचारु हैं, लेकिन ट्रॉमा सेंटर में मरीजों का दबाव अधिक रहने के कारण कभी-कभी उपकरणों की उपलब्धता प्रभावित हो जाती है। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही आवश्यक संसाधन तुरंत उपलब्ध कराए जाते हैं और सोनोग्राफी के लिए मरीज को एंबुलेंस से तुरंत शिफ्ट करने की व्यवस्था भी की गई थी।
इस औचक निरीक्षण के बाद अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्थाओं को और मजबूत करने का भरोसा दिलाया है, ताकि भविष्य में आपातकालीन मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो।