बीकानेर एयरपोर्ट पर उस समय हड़कंप मच गया जब एक विदेशी जोड़े के पास जानवर के सिर जैसा दिखने वाला संदिग्ध सामान मिलने की सूचना सामने आई। जानकारी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं और विदेश से आए इस जोड़े को रोककर उनके सामान की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान एक ऐसी वस्तु मिली, जो प्रथम दृष्टया किसी जानवर के सिर या उसके अवशेष जैसी प्रतीत हो रही थी। इसके बाद दोनों विदेशी नागरिकों को वन विभाग की टीम के हवाले कर दिया गया।
कई घंटों तक असमंजस में रहे अधिकारी
संदिग्ध वस्तु मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी भी काफी देर तक असमंजस की स्थिति में रहे। बीकानेर में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर वस्तु की प्रारंभिक जांच की गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि जब्त किया गया सामान वास्तव में किसी जानवर का सिर है या कृत्रिम रूप से तैयार की गई कोई वस्तु। इस कारण कई घंटों तक अधिकारी इस पूरे मामले पर सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहने से बचते नजर आए।
शाम को वन विभाग ने दी सीमित जानकारी
काफी समय बाद शाम को वन विभाग के अधिकारी मीडिया के सामने आए। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर एक विदेशी जोड़े से संदिग्ध सामग्री जब्त की गई है, जिसकी जांच की जा रही है। अधिकारी के अनुसार यह पता लगाया जा रहा है कि यह वस्तु किसी वन्यजीव से संबंधित है या फिर आर्टिफिशियल तरीके से बनाई गई है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
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पर्यावरण प्रेमियों ने जताया रोष
मामले को लेकर पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण से जुड़े लोगों में नाराजगी देखने को मिली। जीव रक्षा के लिए सक्रिय मोखराम धारणियां ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी विदेशी नागरिकों को बचाने के लिए टालमटोल कर रहे हैं और ठोस कार्रवाई से बच रहे हैं। इसी के विरोध में उन्होंने धरना भी दिया। काफी प्रयासों के बाद वन विभाग की ओर से पांच दिनों में कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर धरना समाप्त किया गया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल यह विदेशी जोड़ा बीकानेर से दिल्ली जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचा था। सुरक्षा जांच के दौरान उनके सामान में हिरण के सिंग जैसे दिखने वाला एक सामान मिला। एयरपोर्ट अधिकारियों ने तुरंत पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद वन विभाग ने उक्त वस्तु को जब्त कर जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया। देर रात तक यह तय नहीं हो सका कि वस्तु वास्तव में वन्यजीव अवशेष है या नहीं।
मेले से खरीदे जाने का दावा
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार विदेशी नागरिकों ने पूछताछ में बताया कि वे फ्रांस से भारत आए हैं और घूमते हुए बीकानेर पहुंचे थे। उनका दावा है कि यह वस्तु उन्होंने नागालैंड के एक मेले से खरीदी थी। बताया जा रहा है कि इसमें सिंग हिरण जैसे और चेहरा बंदर जैसा प्रतीत हो रहा है। हालांकि अधिकारी स्पष्ट कर चुके हैं कि अंतिम निष्कर्ष जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगा।
फिलहाल वन विभाग और अन्य एजेंसियां मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं, ताकि यह तय किया जा सके कि वन्यजीव संरक्षण कानूनों का उल्लंघन हुआ है या नहीं।


