बीकानेर की गंगानगर रोड पर सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बढ़ रहे हादसों ने इस मार्ग को शहर की सबसे खतरनाक सड़कों में शामिल कर दिया है। शुक्रवार रात हुए एक दर्दनाक हादसे में 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई, जबकि इससे कुछ दिन पहले इसी सड़क पर एक अन्य युवक की जान जा चुकी है। इन घटनाओं के बाद सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शुक्रवार देर रात गंगानगर रोड पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार युवक को टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक को तुरंत पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान सीकर निवासी विजय सिंह (25) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि युवक को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
इससे पहले 11 दिसंबर की रात को भी इसी मार्ग पर एक और युवक सड़क हादसे का शिकार हुआ था। मृतक की पहचान बिहार निवासी 28 वर्षीय कृष्ण देव कुमार यादव के रूप में हुई, जो बीकानेर के खारा औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरी करता था। मृतक के जीजा सरोज कुमार की ओर से बीछवाल थाना पुलिस में मर्ग रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, कृष्ण देव कुमार 11 दिसंबर की शाम करीब आठ से नौ बजे के बीच खारा से बीछवाल की ओर आ रहा था। तभी बीछवाल थाना क्षेत्र के पास किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। गंभीर चोटों के कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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स्थानीय लोगों और जानकारों का कहना है कि गंगानगर रोड पर दिन और रात भारी वाहनों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। सड़क की चौड़ाई कम होने के बावजूद ट्रक और अन्य बड़े वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। आए दिन हो रही दुर्घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि यह मार्ग अब आम लोगों के लिए सुरक्षित नहीं रहा।
लोगों का आरोप है कि लंबे समय से सड़क को चौड़ा करने की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। न तो भारी वाहनों की आवाजाही पर नियंत्रण है और न ही यातायात नियमों की सख्ती से पालना करवाई जा रही है। परिणामस्वरूप, लापरवाही के चलते लोग असमय अपनी जान गंवा रहे हैं।
गंगानगर रोड पर लगातार हो रही मौतों ने प्रशासन के सामने गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। स्थानीय नागरिकों की मांग है कि सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जाए, भारी वाहनों के लिए अलग समय निर्धारित किया जाए और ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।


