संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम से एक बार फिर अव्यवस्था का वीडियो सामने आया है, जिसने अस्पताल की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। वीडियो में एक टेबल पर पड़ी पर्ची दिखाई गई है, जिसमें लिखा है कि “सैंपल यहां रख दो, सुबह रिपोर्ट मिल जाएगी।” इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने अस्पताल प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा नेता डॉ. भगवान मेड़तिया ने कहा कि पीबीएम की यह स्थिति स्पष्ट करती है कि जिम्मेदार कितने सतर्क हैं। वहीं युवा मोर्चा के अध्यक्ष वेद व्यास ने अस्पताल की तुलना “अंधेर नगरी चौपट राजा” जैसी स्थिति से की। उनका कहना है कि हर साल सरकार और भामाशाह द्वारा मरीजों की सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन अस्पताल की व्यवस्थाएं लगातार खराब होती जा रही हैं।
लगातार जारी है अव्यवस्था
यह पहला मौका नहीं है जब पीबीएम से अव्यवस्था के वीडियो सामने आए हों। बीते तीन दिनों में यह तीसरा वीडियो है। इससे पहले अस्पताल के सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन के पास वाहन पार्क किए हुए दिखाई दिए थे। इस पर भाजपा नेताओं ने सवाल उठाए और पीबीएम अधीक्षक को शिकायत दी थी। शिकायत के बाद अस्पताल परिसर में एक पॉकेटमार भी पकड़ा गया, जो रात के समय अस्पताल में घूम रहा था और चोरी करने का प्रयास कर रहा था।
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प्रशासनिक दावों की हकीकत
पीबीएम में लापरवाही और अव्यवस्थाएं केवल वीडियो तक सीमित नहीं हैं। आए दिन मरीज और चिकित्सक भी विवाद में पड़ जाते हैं। प्रशासन बार-बार व्यवस्था सुधारने और सख्ती बरतने के निर्देश जारी करता है, लेकिन ये निर्देश केवल कागजों तक सीमित रह जाते हैं और वास्तविक सुधार नहीं हो पाता।
भाजपा का लगातार अभियान
भाजपा के युवा नेता पिछले एक सप्ताह से पीबीएम में जारी अव्यवस्थाओं को उजागर करने के लिए अभियान चला रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने पीबीएम अधीक्षक डॉ. घीया से मुलाकात कर समस्याओं का समाधान सुझाया। इसके बाद भाजपा की टीम नियमित रूप से अस्पताल का निरीक्षण कर रही है और हर रोज मिलने वाली अव्यवस्थाओं को सार्वजनिक कर रही है। इस मुहिम में डॉ. भगवान मेड़तिया, वेद व्यास, जसराज सिंवर, विक्रम राजपुरोहित और भव्य भाटी जैसे युवा नेता शामिल हैं, जो अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार की मांग कर रहे हैं।


