श्रीकोलायत में जंगली सुअरों का बढ़ता आतंक, किसानों की मेहनत पर संकट
बीकानेर जिले के श्रीकोलायत क्षेत्र के कई गांव इन दिनों जंगली सुअरों के प्रकोप से जूझ रहे हैं। कोलासर, मेघासर, अक्कासर, भोलासर और शीसा गांवों के किसानों के अनुसार, जंगली सुअरों के झुंड रात के समय सैकड़ों की संख्या में खेतों में घुसकर खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। लगातार बढ़ते हमलों के कारण किसान अपनी मेहनत पर मंडरा रहे खतरे से बेहद चिंतित हैं।
रात में खेतों में घुसकर उजाड़ रहे फसलें
किसानों का कहना है कि जंगली सुअर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर खेतों में प्रवेश कर जाते हैं और कुछ ही घंटों में मूंगफली, बाजरा, चारा और सब्जियों जैसी फसलों को निगल जाते हैं। शीसा गांव के एक किसान ने बताया कि एक ही रात में उनकी पूरी मूंगफली की फसल नष्ट हो गई, जिससे उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है।
तारबंदी भी नहीं रोक पा रही जंगली सुअरों को
कई किसानों ने खेतों के चारों ओर तारबंदी और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, लेकिन जंगली सुअर और रोजड़े इन तारों को तोड़कर अंदर घुस आते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि सुअरों के झुंड दिन के समय भी खेतों में घूमते नजर आते हैं, जिससे किसानों में लगातार भय बना हुआ है।
- Advertisement -
क्यों बढ़ रहा है जंगली सुअरों का प्रकोप
ग्रामीणों के अनुसार, क्षेत्र में लगातार बढ़ रही खेती, पानी की उपलब्धता और ट्यूबवेलों की संख्या के कारण जंगली सुअरों को भोजन और पानी आसानी से मिल रहा है। इसी वजह से वे अब नियमित रूप से खेतों की ओर आने लगे हैं और उनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
किसानों की मांग: प्रशासन तुरंत कार्रवाई करे
किसानों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से तुरंत प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में और ज्यादा फसलें बर्बाद होंगी।
वन विभाग द्वारा क्षेत्र में गश्त बढ़ाने, चेतावनी तंत्र विकसित करने और स्थायी उपाय लागू करने की जरूरत महसूस की जा रही है।


