मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई: अलफुरकान एजुकेशनल ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष सादिक खान गिरफ्तार, तीन दिन की ईडी कस्टडी
प्रवर्तन निदेशालय ने अलफुरकान एजुकेशनल ट्रस्ट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष सादिक खान को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई उन छापों की कड़ी है, जो लगभग ढाई महीने पहले खान के विभिन्न ठिकानों पर मारे गए थे। जांच एजेंसी के अनुसार, आरोपी पर ट्रस्ट के नाम पर एकत्र किए गए चंदे का निजी लाभ के लिए दुरुपयोग करने सहित कई गंभीर आरोप हैं।
छापेमारी में सामने आए महत्वपूर्ण सबूत
ईडी ने 17 सितंबर को जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में सादिक खान से जुड़े स्थानों पर तलाशी की थी। शुरुआती जांच में पाया गया कि मस्जिद के निर्माण और धार्मिक गतिविधियों के नाम पर जनता से जुटाए गए नकद चंदे को आरोपी ने निजी विदेशी दौरों और व्यक्तिगत खर्चों पर खर्च किया।
जांच अधिकारियों का कहना है कि भारी मात्रा में नकद चंदा इकट्ठा किया जाता था, लेकिन उसकी कोई पारदर्शी लेखा-जोखा व्यवस्था नहीं थी। यही नकद रकम आगे चलकर कथित मनी लॉन्ड्रिंग का मुख्य स्रोत बनी।
PMlA के तहत गिरफ्तारी, अदालत ने दी ईडी कस्टडी
गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को मामले को जयपुर की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया। अदालत ने ईडी के अनुरोध पर सादिक खान को तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया है। यह कस्टडी 6 दिसंबर 2025 तक रहेगी।
ईडी अब यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि चंदे की रकम किन चैनलों के माध्यम से खर्च की गई और क्या इसमें अन्य लोग भी शामिल थे।
आगे की जांच पर एजेंसी का फोकस
एजेंसी का कहना है कि ट्रस्ट की फंडिंग, बैंक लेनदेन, नकद संग्रह और विदेश दौरों के खर्चों की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। जांच का दायरा उन व्यक्तियों तक भी बढ़ाया जा सकता है, जिन्होंने ट्रस्ट के संचालन में भूमिका निभाई या फंड के गलत उपयोग को बढ़ावा दिया।
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