अजमेर शिक्षा बोर्ड ने बजट वर्ष 2025-26 के तहत राज्यभर के सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के लिए “ग्रीन ग्रोथ स्किल अभियान” प्रतियोगिताओं का आयोजन करने की घोषणा की है। इस अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण, सतत विकास और ग्रीन ग्रोथ के सिद्धांतों को समझना और उन्हें 21वीं सदी के आवश्यक कौशलों से लैस करना है।
बोर्ड सचिव गजेन्द्र सिंह राठौड़ के अनुसार, इस अभियान के माध्यम से विद्यार्थी न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे, बल्कि भविष्य के जिम्मेदार नागरिक और नेतृत्वकर्ता बनने की दिशा में तैयार होंगे।
प्रतियोगिताएं चार स्तरों पर आयोजित की जाएंगी:
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विद्यालय स्तर (5 दिसंबर 2025) – प्रत्येक विद्यालय में प्रतियोगिता आयोजित कर ब्लॉक स्तर के लिए प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी का चयन किया जाएगा।
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ब्लॉक स्तर (6 से 9 दिसंबर 2025) – पंचायत समिति मुख्यालय या शहरी खंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक-एक विद्यार्थी प्रत्येक प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। ब्लॉक स्तर के प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त विद्यार्थी जिला स्तर के लिए चयनित होंगे।
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जिला स्तर (13 से 16 दिसंबर 2025) – चयनित विद्यालय में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आयोजन होगा। इसमें ब्लॉक स्तर के प्रथम-द्वितीय विजेता भाग लेंगे। जिला स्तर के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों की सूची बोर्ड को भेजी जाएगी।
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राज्य स्तर (15 से 17 जनवरी 2026) – अजमेर में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित होगी, जिसमें केवल जिला स्तर के प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी भाग लेंगे।
प्रतियोगिताओं में निबंध लेखन, आशुभाषण, क्विज और चित्रकला जैसी प्रतियोगिताएं शामिल होंगी। पुरस्कार राशि राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए क्रमशः 51,000, 31,000 और 21,000 रुपए तथा जिला स्तर पर 11,000, 7,000 और 5,000 रुपए रखी गई है।
बोर्ड के अनुसार, इन प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों में सतत विकास और ग्रीन ग्रोथ की समझ, संवाद, प्रस्तुति और नेतृत्व कौशल, रचनात्मकता, समस्या समाधान क्षमता, पर्यावरणीय जागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी का विकास होगा।
प्रतियोगिताओं के संचालन की जिम्मेदारी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को होगी, जो पूरे जिले में मॉनिटरिंग करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी तिथियों, केंद्र और पर्यवेक्षक नियुक्त करेंगे, जबकि विद्यालय प्रधानाचार्य प्रतियोगिताओं का संचालन और परिणाम समय पर उच्च अधिकारियों को भेजेंगे। निर्णायक वही व्यक्ति होंगे जिनका संबंधित विद्यालय या प्रतिभागियों से कोई संबंध न हो।
विशेष निर्देश:
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सभी विद्यालयों को प्रतियोगिताओं की जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचानी होगी।
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ब्लॉक और जिला स्तर पर आयोजन का विस्तृत प्रतिवेदन बोर्ड को भेजना अनिवार्य है।
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विजेताओं के बैंक खाते विद्यार्थी के नाम से ही मान्य होंगे।
कमल कान्त स्वामी, प्राचार्य एवं राज्यस्तरीय प्रतियोगिता समन्वयक, बीकानेर ने कहा कि यह प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं और पुरस्कार बहुत आकर्षक हैं। सभी विद्यालयों को इसमें अधिक से अधिक विद्यार्थियों को शामिल करना चाहिए।
