रॉबर्ट वाड्रा पर ED की बड़ी कार्रवाई, मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहली बार प्रत्यक्ष आरोपी
प्रवर्तन निदेशालय ने कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ अपनी अब तक की सबसे अहम कार्रवाई करते हुए UK के डिफेंस डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में वाड्रा को पहली बार सीधे आरोपी के रूप में शामिल किया गया है, जिससे यह केस एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है।
वित्तीय लेनदेन और विदेशी संपत्ति की जांच के बाद कार्रवाई
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में दायर चार्जशीट के अनुसार, जांच के दौरान वाड्रा और भंडारी के बीच कथित वित्तीय लेनदेन के सबूत मिलने का दावा किया गया है। एजेंसी ने विदेशों में संपत्तियों की खरीद, फंड ट्रांसफर और संभावित ब्लैक मनी के इस्तेमाल की जांच करने के बाद यह कदम उठाया। इस साल जुलाई में PMLA के तहत वाड्रा का बयान दर्ज किया गया था, जिसे अब चार्जशीट में अहम आधार बताया गया है।
वाड्रा को 9 नवंबर को आरोपी बनाया गया
मामले में आधिकारिक रूप से वाड्रा को 9 नवंबर को आरोपी नामित किया गया था, और अब कोर्ट 6 दिसंबर को इस पर सुनवाई करेगा। इससे पहले भी हरियाणा की जमीन सौदेबाजी से जुड़े मामलों में ईडी वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी, लेकिन यह पहली बार है जब किसी विदेशी लेनदेन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में उन पर प्रत्यक्ष आरोप लगाया गया है।
राजनीतिक हलचल तेज होने की संभावना
वाड्रा से जुड़े पुराने मामलों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच अक्सर तीखी राजनीतिक बयानबाजी देखने को मिलती रही है। भाजपा और उसके सहयोगी दल अक्सर कांग्रेस और गांधी परिवार पर वाड्रा से जुड़े विवादों को लेकर निशाना साधते हैं। अब नई चार्जशीट सामने आने के बाद राजनीतिक टकराव और बढ़ने की संभावना है। फिलहाल न तो वाड्रा और न ही कांग्रेस की ओर से इस ताजा कार्रवाई पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया दी गई है।
