बिहार विधानसभा चुनाव 2025: शुरुआती रुझानों में एनडीए की बढ़त, कई सीटों पर कड़ा मुकाबला
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों ने चुनावी माहौल को बेहद रोमांचक बना दिया है। 243 सीटों पर चल रही गिनती में अब तक एनडीए को मजबूत बढ़त मिलती दिख रही है, जबकि महागठबंधन को कई जगहों पर कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है।
मोकामा में अनंत सिंह की बढ़त कायम
पटना जिले की मोकामा सीट से जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद की वीणा देवी पर बढ़त बनाए हुए हैं। शुरुआती अंतर लगभग 700 वोट का बताया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर यह मुकाबला हमेशा से ही चर्चाओं में रहा है, और इस बार भी रुझान राजनीतिक समीकरणों को दिलचस्प बना रहे हैं।
महुआ में तेजप्रताप की स्थिति डांवाडोल
महुआ सीट पर पहले धीमी शुरुआत करने वाले तेजप्रताप यादव अब भी बढ़त के लिए संघर्ष कर रहे हैं। शुरुआती राउंड में वे पीछे थे, लेकिन बाद के रुझानों में उन्होंने अंतर कम किया है। इस सीट से राजद के मौजूदा विधायक मुकेश कुमार रौशन और एलजेपी (रामविलास) के संजय कुमार सिंह भी अहम दावेदार बने हुए हैं।
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राघोपुर से तेजस्वी यादव आगे
राघोपुर सीट पर राजद के नेता और महागठबंधन के सीएम चेहरे तेजस्वी यादव एनडीए उम्मीदवार सतीश यादव पर बढ़त दर्ज किए हुए हैं। राघोपुर पारंपरिक रूप से राजद का मजबूत गढ़ रहा है और इस बार भी शुरुआती रुझान उसी दिशा की ओर इशारा कर रहे हैं।
एनडीए के लिए उत्साहजनक संकेत
रुझानों में एनडीए 150 से अधिक सीटों पर बढ़त में दिखाई दे रहा है, जिससे राज्य में उनकी वापसी लगभग तय मानी जा रही है। कई प्रमुख सीटों पर भाजपा और जदयू उम्मीदवारों का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप रहा है। जदयू की ओर से दावा किया गया है कि बिहार की जनता ने विकास कार्यों पर अपना भरोसा दोहराया है।
जनसुराज को सीमित सफलता
प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी शुरुआती रुझानों में कहीं-कहीं आगे दिखाई दी, लेकिन बाद में गति धीमी पड़ गई। कुछ सीटों पर मौजूदगी दर्ज कराने के बावजूद पार्टी अभी तक मजबूत बढ़त वाली स्थिति में नहीं पहुंच सकी है।
कांग्रेस और महागठबंधन ने रखी उम्मीदें
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने शुरुआती रुझानों पर प्रतिक्रिया देने से इंकार करते हुए कहा कि अंतिम परिणाम महागठबंधन के पक्ष में जा सकते हैं। महागठबंधन के अन्य दल भी अंतिम चरण तक उम्मीद बनाए हुए हैं।
भाजपा की प्रतिक्रिया: जनता ने पहले ही मन बना लिया था
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान मिले संकेतों के आधार पर एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने का अंदाजा पहले से था। पार्टी नेताओं ने दावा किया कि मतदाताओं ने विकास और स्थिरता के मुद्दों को प्राथमिकता दी है।
देश की राजनीति पर भी असर
चुनाव नतीजों का प्रभाव सिर्फ बिहार की राजनीति तक सीमित नहीं रहेगा। शीतकालीन सत्र के ठीक पहले आ रहे नतीजे राष्ट्रीय गठबंधन राजनीति को भी नई दिशा दे सकते हैं। यदि एनडीए बहुमत के साथ सत्ता में लौटता है, तो यह केंद्र सरकार और भाजपा के लिए राजनीतिक तौर पर बड़ा संदेश होगा। वहीं, महागठबंधन की जीत विपक्षी एकजुटता को नया बल दे सकती है।
