सफलता की अनोखी परिभाषा: करोड़ों की संपत्ति, फिर भी टैक्सी चलाने वाले बुजुर्ग की कहानी
हर व्यक्ति के लिए सफलता का अर्थ अलग होता है। कोई इसे धन-संपत्ति और शोहरत से जोड़ता है, तो कोई दूसरों के जीवन में बदलाव लाने को ही असली उपलब्धि मानता है। ऐसी ही प्रेरक कहानी सामने आई है 86 वर्षीय बुजुर्ग कारोबारी की, जो 1,500 करोड़ रुपये के विशाल बिजनेस साम्राज्य के मालिक होने के बावजूद रात में टैक्सी चलाते हैं।
यह कहानी भारतीय उद्यमी नव शाह ने साझा की, जिन्होंने फिजी में एक उबर टैक्सी यात्रा के दौरान इस असाधारण व्यक्ति से मुलाकात की। बातचीत के दौरान जब शाह ने टैक्सी ड्राइवर से उनके पेशे के बारे में पूछा, तो जो जवाब मिला, उसने उन्हें हैरान कर दिया।
अरबों का कारोबार, फिर भी विनम्रता से करते हैं टैक्सी ड्राइव
टैक्सी चला रहे बुजुर्ग ने बताया कि उनके परिवार के फिजी में कई कारोबार हैं — 13 ज्वेलरी स्टोर, 6 रेस्टोरेंट, एक स्थानीय अखबार फिजी टाइम्स, 4 सुपरमार्केट और इत्र के होलसेल-रिटेल का बड़ा व्यवसाय। उनके बिजनेस का वार्षिक टर्नओवर करीब 175 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,540 करोड़ रुपये है।
शाह ने जब पूछा कि उन्होंने इतना विशाल व्यापारिक साम्राज्य कैसे खड़ा किया, तो बुजुर्ग ने बताया कि इस विरासत की शुरुआत उनके पिता ने 1929 में महज 5 पाउंड से की थी। उनके पिता भारत से फिजी काम की तलाश में गए थे और सालाना 15 पाउंड वेतन पाते थे। उन्होंने अपनी बचत से एक छोटा व्यापार शुरू किया, जो अब पीढ़ियों तक बढ़ता चला गया।
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टैक्सी से होने वाली कमाई करते हैं दान
बुजुर्ग ने बताया कि वे उबर टैक्सी चलाना किसी मजबूरी में नहीं, बल्कि उद्देश्य के लिए करते हैं। टैक्सी से होने वाली कमाई का पूरा हिस्सा वे समाजसेवा में लगाते हैं। बीते दस वर्षों से वे हर साल 24 लड़कियों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाते हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी तीन बेटियां हैं, जो शिक्षित होकर अपने-अपने क्षेत्रों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। अपनी बेटियों की सफलता से प्रेरित होकर उन्होंने तय किया कि वे अन्य लड़कियों की शिक्षा में योगदान देंगे, ताकि वे भी आत्मनिर्भर बन सकें।
युवाओं के लिए प्रेरणादायक संदेश
बुजुर्ग कारोबारी का मानना है कि सच्ची सफलता का माप धन या प्रसिद्धि से नहीं, बल्कि दूसरों के जीवन पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव से होता है। उन्होंने युवाओं से कहा, “यदि आप जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, तो पहले खुद के प्रति ईमानदार बनें। जब आप अपने प्रति सच्चे होंगे, तभी दूसरों के लिए भी सच्चे रह पाएंगे।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुई कहानी
नव शाह ने इस प्रेरणादायक मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि “सफलता का असली अर्थ विनम्रता और उदारता में है।” शाह ने बताया कि यह अनुभव उन्हें जीवन की सच्ची प्राथमिकताओं की याद दिलाता है — कि इंसान की असली उपलब्धि उसकी संपत्ति नहीं, बल्कि उसकी संवेदनशीलता होती है।
