फलोदी में भीषण सड़क हादसा, देवउठनी एकादशी से लौट रहे श्रद्धालुओं की मौत से मचा कोहराम
जोधपुर/बीकानेर। राजस्थान के फलोदी में रविवार शाम लगभग 6:30 बजे एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें 15 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई और दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में जोधपुर के सूरसागर इलाके के एक ही परिवार के सात सदस्य शामिल हैं। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
यह हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालु देवउठनी एकादशी के अवसर पर कोलायत स्थित कपिल मुनि आश्रम में दर्शन कर जोधपुर लौट रहे थे। वे सभी एक टेम्पो ट्रैवलर में सवार थे, जो भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर मतोड़ा थाना क्षेत्र के पास एक तेज रफ्तार ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि टेम्पो ट्रैवलर का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।
एक साथ उठीं 12 अर्थियां, पूरे जोधपुर में पसरा मातम
हादसे के बाद जोधपुर के नैणची बाग खटुकड़ी का बास क्षेत्र में गम का माहौल छा गया। जब एक ही परिवार के छह शव घर पहुंचे, तो हर ओर चीख-पुकार मच गई।
मृतकों में खुश सांखला, उसकी मां मधु सांखला, गीता, सानिया, दिशा और रामेश्वरी शामिल थीं। एक साथ उठीं अर्थियों को देखकर पूरा इलाका सन्न रह गया। सैकड़ों लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए और शोक व्यक्त किया।
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मोक्ष धाम में उमड़ा जनसैलाब, शिक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
सोमवार को जोधपुर के मोक्ष धाम में 12 चिताएं एक साथ जलाई गईं। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश, संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह, और जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की।
दिलावर ने कहा कि सरकार मृतकों के परिवारों के साथ खड़ी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं ने भी शोक जताया।
सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, भाजपा नेता जगत नारायण जोशी, कांग्रेस नेता करण सिंह उचियारड़ा, पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह सोलंकी और अन्य जनप्रतिनिधि अंतिम संस्कार में मौजूद रहे।
प्रशासन हरकत में, भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर हटाए गए अवैध ढाबे
हादसे के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सोमवार को भारतमाला एक्सप्रेस-वे के किनारे मौजूद अवैध ढाबों और पार्किंग स्थलों को हटाने का अभियान शुरू कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों में लापरवाही और सड़क किनारे अव्यवस्था प्रमुख रूप से सामने आई है।
मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता
एडीएम अंजुम ताहिर ने बताया कि मृतकों के आश्रितों को 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिन परिवारों ने तीन या उससे अधिक सदस्यों को खोया है, उन्हें 25 लाख रुपये तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाएगी, जबकि प्रधानमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता मिलेगी।
मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल
हादसे में मारे गए लोगों में 10 महिलाएं, 4 बच्चे और ड्राइवर शामिल हैं। घायलों को फलोदी और जोधपुर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वाहन मालिकों से संपर्क साधा जा रहा है।
सरकार ने की जांच की घोषणा
राज्य सरकार ने इस भीषण हादसे की जांच के आदेश जारी किए हैं। परिवहन विभाग और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त टीम दुर्घटना के कारणों और एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा खामियों की समीक्षा करेगी।
            
            
        