राजस्थान RTE एडमिशन 2025-26: निजी स्कूलों में 2.37 लाख बच्चों को मिला मुफ्त दाखिला, 5 नवंबर तक होगा भौतिक सत्यापन
जयपुर/बीकानेर: राजस्थान में शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम 2009 के तहत इस सत्र (2025-26) में 2,37,407 बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश मिला है। वहीं, 26,567 आवेदन दस्तावेजों की खामियों के कारण खारिज कर दिए गए। शिक्षा निदेशालय, बीकानेर अब इन सभी प्रवेशों का भौतिक सत्यापन 5 नवंबर तक पूरा करेगा।
सत्यापन के बाद ही शुरू होगी फीस पुनर्भरण प्रक्रिया
शिक्षा विभाग ने जिलेवार सत्यापन दलों का गठन कर दिया है। ये दल स्कूलों में जाकर निशुल्क प्रवेशित विद्यार्थियों के दस्तावेज, उपस्थिति और वास्तविक डेटा का मिलान करेंगे।
सत्यापन पूरा होने के बाद ही फीस पुनर्भरण (Reimbursement) प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिससे निजी स्कूलों को RTE सीटों की फीस का भुगतान किया जाएगा।
चॉइस भरने के बाद भी हजारों बच्चे रह गए वंचित
इस साल कुल 3,08,064 अभ्यर्थियों ने आरटीई के तहत ऑनलाइन आवेदन कर अपनी पसंद के स्कूलों की चॉइस भरी थी।
9 अप्रैल को हुई ऑनलाइन लॉटरी के बाद वरीयता क्रम तय किया गया, जबकि 31 अगस्त को अंतिम चरण का आवंटन जारी हुआ।
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इसके बावजूद करीब 70,657 बच्चों को प्रवेश नहीं मिल सका। इनमें से 26,567 आवेदन दस्तावेज़ों में त्रुटि के कारण अस्वीकार हुए, जबकि 44,090 योग्य अभ्यर्थी भी सीटें न मिलने के कारण वंचित रह गए।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार —
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63,727 बच्चों को नर्सरी में निशुल्क प्रवेश मिला। 
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1,73,680 बच्चों को पहली कक्षा में दाखिला दिया गया। 
31,720 निजी स्कूलों में हुआ प्रवेश
राज्यभर के 31,720 निजी स्कूलों में कुल 2.37 लाख छात्रों को निशुल्क प्रवेश मिला है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सभी स्कूलों की 25% सीटें आरटीई के तहत आरक्षित हैं, और विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी पात्र बच्चा वंचित न रहे।
शिक्षा विभाग ने स्कूलों को दिए सख्त निर्देश
आरटीई प्रभारी चंद्र किरण पंवार ने बताया कि कुछ निजी स्कूलों ने चयनित बच्चों को अब तक प्रवेश नहीं दिया है।
ऐसे नौ स्कूलों को अंतिम चेतावनी दी गई है कि वे तुरंत प्रवेश दें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि “5 नवंबर तक सभी जिलों में सत्यापन कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समय पर फीस प्रतिपूर्ति की जा सके।”
 
             
             
        
 
         
         
         
         
         
         
         
        