डूंगरगढ़ में विरोध प्रदर्शन से उपजा मामला, पुलिस ने दो युवा नेताओं को किया गिरफ्तार
डूंगरगढ़ क्षेत्र में करीब एक माह पूर्व नगर पालिका की कार्रवाई का विरोध अब दो युवा नेताओं की गिरफ्तारी तक पहुंच गया है। बुधवार देर शाम पुलिस ने अखिल भारतीय किसान सभा से जुड़े एसएसआई के दो युवा नेता — मुकेश ज्याणी और गौरव टाडा — को हिरासत में लिया। दोनों पर राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप है।
सीओ निकेत पारीक ने बताया कि घटना से संबंधित जांच पूरी होने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि उन्हें गुरुवार सुबह अदालत में पेश किया जाएगा।
कैसे शुरू हुआ मामला
करीब एक माह पहले नगर पालिका ने मुख्य बाजार में फल-सब्जी और रेहड़ी संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया था। इस कार्रवाई में कई ठेले ज़ब्त किए गए, जिसके बाद स्थानीय व्यापारियों और मजदूरों में नाराजगी फैल गई।
इसी के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले फल-सब्जी और मनिहारी रेहड़ी मजदूर संघर्ष समिति का गठन किया गया। समिति के सदस्यों ने बाजार में प्रदर्शन करते हुए पालिका की कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया था।
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विवाद के दौरान क्या हुआ था
प्रदर्शन के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश ज्याणी और गौरव टाडा ने पालिका कर्मियों द्वारा ज़ब्त किए गए ठेलों और सामान को वापस मजदूरों को लौटा दिया था। यह कदम प्रशासनिक कार्यवाही में बाधा माना गया।
नगर पालिका कर्मचारी रामलाल वाल्मीकि की ओर से इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसमें तीन नामजद व्यक्तियों सहित लगभग 20 से 25 लोगों पर राजकार्य में बाधा का आरोप लगाया गया था।
स्थानीय प्रतिक्रिया और माहौल
गांव और आसपास के क्षेत्रों में इस गिरफ्तारी को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोगों ने प्रशासनिक कार्रवाई को न्यायोचित बताया, जबकि किसान सभा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने इसे “आवाज दबाने की कोशिश” कहा है।
स्थानीय स्तर पर चर्चा है कि पुलिस आगे और भी कुछ नामजद लोगों से पूछताछ कर सकती है।
