आरएलपी स्थापना दिवस: सात संकल्पों के साथ हनुमान बेनीवाल का शक्ति प्रदर्शन, चुनावी रणनीति पर टिकी निगाहें
बीकानेर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) आज बीकानेर में अपना सातवां स्थापना दिवस मना रही है। इस अवसर पर पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल एक विशाल जनसभा के माध्यम से अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। आयोजन पॉलिटेक्निक कॉलेज मैदान में किया गया है, जहां हजारों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के पहुंचने की संभावना है।
बेनीवाल इस मौके पर सात प्रमुख संकल्पों की घोषणा करेंगे, जिन्हें पार्टी की आगामी चुनावी रणनीति की दिशा माना जा रहा है। आरएलपी के संगठन सूत्रों के मुताबिक, इन संकल्पों में किसानों, युवाओं और आम जनता से जुड़े मुद्दों पर फोकस रहेगा।
सात संकल्पों के जरिये चुनावी संदेश
पार्टी सूत्रों के अनुसार, हनुमान बेनीवाल का उद्देश्य इस रैली के माध्यम से संगठन को नई ऊर्जा देना और 2025 के चुनावी परिदृश्य के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार करना है।
आरएलपी के ये सात संकल्प सामाजिक न्याय, भ्रष्टाचार मुक्त शासन, किसानों के अधिकार, रोजगार सृजन, शिक्षा में सुधार, महिला सुरक्षा और स्थानीय स्वराज्य की मजबूती जैसे मुद्दों पर केंद्रित होंगे।
सभा स्थल पर कड़ी सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
कार्यक्रम में भारी भीड़ को देखते हुए बीकानेर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। पुलिस ने कई प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया है ताकि आमजन को असुविधा न हो।
- Advertisement -
मुख्य डायवर्जन मार्ग इस प्रकार रहेंगे:
-
नोखा-नागौर मार्ग से आने वाले वाहन उदयरामसर बाइपास, नापासर चौराहा और सांगलपुरा मार्ग से पहुंचेंगे।
-
हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर मार्ग से आने वाले वाहन श्रीगंगानगर बाइपास और जयपुर बाइपास मार्ग से गुजरेंगे।
-
छतरगढ़ मार्ग से आने वाले वाहनों को शोभासर बाइपास और सांगलपुरा मार्ग की ओर मोड़ा जाएगा।
-
कोलायत-जैसलमेर मार्ग से आने वाले वाहन गांधी प्याऊ और जयपुर बाइपास होते हुए सभा स्थल तक पहुंचेंगे।
-
जयपुर रोड से आने वाले वाहनों को हल्दीराम प्याऊ से सांगलपुरा मार्ग के रास्ते प्रवेश दिया जाएगा।
पुलिस की अपील
पुलिस ने शहरवासियों और आगंतुकों से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें, अनावश्यक रूप से भीड़ न लगाएं और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। प्रशासन का कहना है कि सभी व्यवस्थाएं इस तरह से की गई हैं कि आमजन को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह रैली केवल स्थापना दिवस का उत्सव नहीं, बल्कि राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन भी है। हनुमान बेनीवाल के सात संकल्पों को आगामी चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। यह आयोजन आरएलपी के लिए संगठन को पुनः सक्रिय करने और प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने का अवसर माना जा रहा है।
