बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में कांग्रेस का मौन व्रत, भाजपा सरकार पर बरसे नेता
बीकानेर: राजस्थान में लगातार बढ़ते अपराधों और कमजोर कानून व्यवस्था को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ओबीसी विभाग और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को बीकानेर में मौन व्रत आयोजित किया गया।
इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि भाजपा शासन में जनता असुरक्षा के माहौल में जी रही है।
“भयमुक्त समाज के वादे खोखले साबित” — वीरेंद्र बेनीवाल
कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व गृहमंत्री वीरेंद्र बेनीवाल ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से अपराध दर में भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि “मुख्यमंत्री और गृहमंत्री कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रहे, जिसके कारण आम जनता भय के माहौल में जी रही है।”
बेनीवाल ने कहा कि लूट, हत्या, बलात्कार और डकैती जैसे अपराध आम हो गए हैं और थानों का नारा ‘आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय’ अब उल्टा हो गया है — अब अपराधियों में विश्वास और आमजन में भय व्याप्त है।
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“महिलाएं असुरक्षित, जनता भयभीत” — हाजी मकसूद अहमद
यूआईटी के पूर्व चेयरमैन हाजी मकसूद अहमद ने कहा कि भाजपा की “पर्ची सरकार” ने प्रदेश में अराजकता फैला दी है। उन्होंने कहा, “आज राजस्थान की जनता घरों से निकलने में डर रही है। सरकार का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं है।”
वहीं, महिला कांग्रेस अध्यक्ष शांति बेनीवाल ने कहा कि भाजपा शासन में महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर यह सरकार “राज्य के लिए एक धब्बा” बन गई है।
“न्याय देने वाले भी सुरक्षित नहीं” — डॉ. पी. के. शरीन
चिकित्सा प्रकोष्ठ के डॉ. पी. के. शरीन ने कहा कि “जब अपराधियों को सजा सुनाने वाले न्यायाधीश भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम आदमी की सुरक्षा की कल्पना करना मुश्किल है।” उन्होंने कहा कि अपराधियों का हौसला इस कदर बढ़ गया है कि वे प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं।
कई वरिष्ठ नेताओं ने जताया विरोध
मौन व्रत कार्यक्रम में मनोज चौधरी (प्रदेश सचिव, ओबीसी विभाग),
जयदीप सिंह जावा (प्रदेश महासचिव, सोशल मीडिया विभाग),
नितिन वत्स (पूर्व संगठन महासचिव),
गोवर्धन लाल मीणा (मंडल अध्यक्ष),
अर्जुन राम कूकना (एसटी अध्यक्ष),
आशा देवी स्वामी (पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष),
सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सभी ने मौन व्रत रखकर सरकार के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराया और मांग की कि राज्य में अपराध नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
कांग्रेस की मांगें
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अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए
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महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष पुलिस बल गठित किया जाए
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थानों में जवाबदेही तय की जाए
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प्रशासनिक स्तर पर त्वरित कार्रवाई हो


