राजस्थान की ऐतिहासिक उपलब्धि: राष्ट्रीय पोषण माह 2025 में दूसरा स्थान, जोधपुर और बीकानेर रहे अव्वल
राजस्थान ने राष्ट्रीय पोषण माह 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि राज्य सरकार, जिला प्रशासन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समन्वित प्रयासों का परिणाम है। महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रभावी कार्यान्वयन और जागरूकता अभियानों ने राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई है।
114 प्रतिशत उपलब्धि दर के साथ राजस्थान ने चमकाया नाम
महिला एवं बाल विकास मंत्री और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस सफलता पर विभाग को बधाई देते हुए कहा कि “राजस्थान ने लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और अब यह देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।”
महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने बताया कि विभाग ने 81,01,730 लक्ष्यों के मुकाबले 88,93,346 उपलब्धियाँ दर्ज कीं। इससे राजस्थान की उपलब्धि दर 114.12 प्रतिशत रही।
राष्ट्रीय स्तर पर गुजरात 115.74 प्रतिशत के साथ पहले, राजस्थान 114.12 प्रतिशत के साथ दूसरे, और छत्तीसगढ़ 108.30 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
जोधपुर, कोटा और बीकानेर बने राज्य के अग्रणी जिले
राजस्थान के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिलों में जोधपुर, कोटा, बीकानेर, चूरू और हनुमानगढ़ शामिल रहे।
जोधपुर ने 134.98 प्रतिशत की उपलब्धि के साथ प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि अन्य जिलों ने भी 125 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल किए।
इस प्रदर्शन ने राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर “सुपोषण के मॉडल राज्य” के रूप में स्थापित किया है।
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पोषण जागरूकता और डिजिटल नवाचार पर जोर
राष्ट्रीय पोषण माह 2025 के दौरान पूरे राज्य में सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम, गृह भ्रमण, पौष्टिक आहार वितरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य परामर्श और प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
निदेशक आईसीडीएस वासुदेव मालावत ने बताया कि आने वाले महीनों में विभाग पोषण मिशन को और सशक्त बनाएगा ताकि राजस्थान “कुपोषण मुक्त राज्य” बनकर देश में उदाहरण प्रस्तुत कर सके।
इस वर्ष की प्रमुख थीम्स में शामिल रहे —
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मोटापे की समस्या का समाधान
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चीनी और तेल के सेवन में कमी
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प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा पर ध्यान
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शिशु आहार की सही विधि
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पुरुषों की सक्रिय भागीदारी
साथ ही “वोकल फॉर लोकल” और डिजिटलीकरण को भी प्राथमिकता दी गई।
विभाग ने सभी योगदानकर्ताओं का जताया आभार
महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस सफलता में योगदान देने वाले सभी अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्थानीय समुदायों का आभार व्यक्त किया। विभाग ने कहा कि यह उपलब्धि “सुपोषित भारत, स्वस्थ भारत” के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे राजस्थान ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान और मजबूत की है।






