बीकानेर के खारा तहसील अंतर्गत रोही गांव की कृषि भूमि से होकर जाने वाला लगभग सौ साल पुराना रास्ता अभी‑अभी बंद हुए पाए जाने के बाद पुनः खुलवाया गया है। इस कार्रवाई ने खेतिहर किसानों एवं प्रशासन के बीच को‑ऑर्डिनेशन की अहमियत को फिर से उजागर किया है।
समस्या की पृष्ठभूमि
रोही गांव की कृषि भूमि (चक 481 आरडी, कानासर मार्ग, गंगानगर रोड के पास) पर इन वर्षों से किसानों द्वारा खेतों तक आवागमन के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। गाँव के किसानों ने बताया कि उक्त मार्ग से गुजरने का उनका अधिकार लगभग एक शताब्दी से चलता आ रहा था। लेकिन उसी मार्ग को हाल‑ही में地主 हरीश गर्ग ने अपनी ओर से दीवार बनाकर बंद कर दिया।
किसानों की शिकायत
किसानों ने मुक्ताप्रसाद तहसील कार्यालय में ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया कि दीवार लगाने के कारण उनका आवागमन बाधित हुआ है और खड़ी फसल तक आने‑जाने का रास्ता नहीं मिल रहा है। प्रार्थार्थियों ने अनुमान लगाया कि इस मार्ग के बंद रहने से उनकी लाखों रुपए की फसल के खराब होने का जोखिम है।
प्रशासन‑पुलिस ने क्या किया?
-
क्षेत्रीय तहसीलदार ने मौके पर मुआयना किया और आदेश दिए कि मार्ग को तत्काल खोला जाए।
- Advertisement -
-
18 अक्टूबर शाम 5 बजे मौके पर नायब तहसीलदार, पटवारी और पुलिस जाब्ते के साथ पहुंचकर बंद मार्ग खोला गया।
-
भूमि‑मालिक हरीश गर्ग को आवश्यक कार्रवाई के लिए पाबंद किया गया है कि भविष्य में मार्ग फिर अवरुद्ध ना हो।
महत्त्व और सामाजिक पहलू
यह मामला सिर्फ एक रास्ते का नहीं है, बल्कि ग्रामीण कृषि‑आवासीय क्षेत्र में आवागमन‑अधिकार, भूमि उपयोग और सामाजिक न्याय के मुद्दे को सामने रखता है। किसानों का कहना है कि किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में ऐसी यातायात सुविधा अत्यावश्यक है, और उसकी अवरुद्धता उनकी आजीविका को खतरे में डाल सकती है।