बीकानेर: नींद में गई 20 वर्षीय युवक की जान, परिवार को नहीं हुआ जरा भी आभास
बीकानेर (राजस्थान)। कोटगेट थाना क्षेत्र की वाल्मिकी बस्ती में सोमवार को एक दुखद घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। 20 वर्षीय अभिषेक तेजी की नींद में ही रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई। अभिषेक रविवार रात घर लौटा और थकावट की बात कहकर सीधे सो गया। सुबह जब उसके पिता श्रवण तेजी ने रोज़ाना की तरह चाय पीने के लिए आवाज लगाई, तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
पहले तो परिजनों को लगा कि वह गहरी नींद में है, लेकिन कई बार पुकारने और झकझोरने पर भी जब कोई हलचल नहीं हुई, तो परिवार ने तुरंत पड़ोसियों की मदद ली और युवक को पीबीएम अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
साइलेंट हार्ट अटैक की आशंका, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
कोटगेट थाने के हेड कॉन्स्टेबल प्रवीण ने बताया कि युवक के शरीर पर किसी प्रकार की चोट या संघर्ष के निशान नहीं थे। प्रथम दृष्टया मामला साइलेंट हार्ट अटैक का प्रतीत होता है, लेकिन वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों ने भी यही आशंका जताई है कि संभवतः अभिषेक को सोते समय ‘साइलेंट अटैक’ आया, जो किसी को समझ में ही नहीं आया और उन्होंने सुबह एक स्वस्थ युवा बेटे को मृत अवस्था में पाया।
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क्या होता है साइलेंट हार्ट अटैक?
साइलेंट हार्ट अटैक, जिसे चिकित्सा भाषा में ‘साइलेंट मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन’ कहा जाता है, एक ऐसा हार्ट अटैक होता है जिसमें पारंपरिक लक्षण जैसे तेज छाती में दर्द या हाथ में झनझनाहट महसूस नहीं होते। इसके लक्षण इतने सामान्य या हल्के होते हैं कि अक्सर लोग इसे नज़रअंदाज कर देते हैं।
साइलेंट हार्ट अटैक के संभावित संकेत
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बिना किसी वजह के अत्यधिक थकान या कमजोरी
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मामूली सांस फूलना या सांस लेने में दिक्कत
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हल्का सिर घूमना या चक्कर आना
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पीठ, जबड़े या बाएं हाथ में असहजता
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पेट दर्द या मितली
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हल्का पसीना आना, विशेषकर आराम की स्थिति में
युवाओं में क्यों बढ़ रहा है खतरा?
हाल के वर्षों में 20 से 30 वर्ष की आयु के युवाओं में साइलेंट हार्ट अटैक के मामले बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। इसका प्रमुख कारण असंतुलित खानपान, अत्यधिक मानसिक तनाव, पर्याप्त नींद की कमी और शारीरिक निष्क्रियता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि युवा अक्सर शरीर से मिलने वाले संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं। समय रहते नियमित मेडिकल जांच और जीवनशैली में बदलाव से ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।
बचाव के उपाय
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नियमित कार्डियक जांच कराएं, विशेषकर यदि परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो
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धूम्रपान और अल्कोहल से दूरी बनाएं
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तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान और पर्याप्त नींद लें
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संतुलित और कम वसायुक्त भोजन अपनाएं
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रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि जरूर करें
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कोई भी असामान्य लक्षण महसूस हो तो देरी न करें और डॉक्टर से परामर्श लें
परिवार शोक में डूबा, अंतिम संस्कार आज
अभिषेक तेजी की असामयिक मृत्यु से वाल्मिकी बस्ती में शोक की लहर है। परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है। मोहल्ले के लोग इस युवा की अचानक मौत से स्तब्ध हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है और मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया।