दिल्ली एनकाउंटर में मारा गया नेपाल का कुख्यात अपराधी भीम जोरा, NCR में फैलाया था आतंक
दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और गुजरात में कई वर्षों से दहशत का दूसरा नाम बन चुका अपराधी भीम बहादुर जोरा उर्फ भीम जोरा आखिरकार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया। सोमवार आधी रात को दक्षिण दिल्ली स्थित आस्था कुंज पार्क में एक मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने उसे मार गिराया। दिल्ली पुलिस द्वारा जारी इनाम सूची में शामिल जोरा पर ₹1 लाख का इनाम घोषित था और वह कई हत्या, डकैती, चोरी और लूट के मामलों में वांछित था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
गोपनीय सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस और गुरुग्राम क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने आस्था कुंज पार्क में जाल बिछाया। जैसे ही पुलिस ने जोरा को घेरने की कोशिश की, उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने पहले आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया, लेकिन जवाब में जोरा ने और गोलियां चलाईं। करीब 12:20 बजे तक चली इस मुठभेड़ में उसने छह राउंड फायर किए, वहीं पुलिस की ओर से पांच राउंड जवाबी गोलीबारी हुई।
मुठभेड़ में घायल होने के बाद उसे तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस दौरान उसकी एक गोली इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी, जिससे वे बाल-बाल बचे।
मौके से बरामद हुए हथियार और औजार
मुठभेड़ के बाद पुलिस को घटनास्थल से एक मॉडर्न ऑटोमैटिक पिस्टल, जिंदा कारतूस और ताले तोड़ने के कई औजार बरामद हुए। जोरा का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
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गुरुग्राम में 22 लाख की चोरी का आरोपी था जोरा
2 अक्टूबर 2025 को जोरा ने अपने साथी युवराज थापा के साथ मिलकर गुरुग्राम सेक्टर-49 स्थित ओर्किड पेटल सोसाइटी में बीजेपी नेता ममता भारद्वाज के विला में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इस चोरी में 22 लाख रुपये नकद और कीमती सामान ले जाया गया। मामले में पुलिस ने घर के नौकर युवराज थापा को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन भीम जोरा फरार चल रहा था।
डॉक्टर की हत्या में भी था शामिल
2024 में जोरा ने नई दिल्ली के जंगपुरा इलाके में अपने साथियों के साथ मिलकर एक डॉक्टर के घर डकैती डाली थी। इस दौरान डॉ. योगेश चंद्र पॉल की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस केस में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि जोरा तभी से फरार था। इसी मामले में दिल्ली पुलिस ने उस पर इनाम घोषित किया था।
नेपाल से आया और बना अपराध की दुनिया का बड़ा नाम
भीम बहादुर जोरा, मूल रूप से नेपाल का निवासी था। करीब दो दशक पहले वह भारत आया और जल्द ही अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया। उसने दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और गुजरात जैसे शहरों में चोरी, डकैती, हत्या और लूट की घटनाओं को अंजाम देकर एक बड़ा नेटवर्क बना लिया था। अपराध के बाद वह अक्सर नेपाल भाग जाया करता था, जिससे वह लंबे समय तक पुलिस की पकड़ से दूर रहा।
दिल्ली-NCR में फैला रखा था संगठित आपराधिक नेटवर्क
पुलिस के अनुसार, जोरा ने दिल्ली-एनसीआर में छोटे-बड़े अपराधियों का एक संगठित नेटवर्क तैयार कर रखा था। वह वारदातों की सटीक प्लानिंग करता था और हर बार अलग-अलग साथियों के साथ अलग-अलग शहरों में अपराध करता था।
पुलिस की जांच जारी
अब दिल्ली पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि हाल के महीनों में NCR में हुई अन्य चोरी और डकैती की घटनाओं में जोरा की क्या भूमिका रही है। बरामद हथियारों और औजारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही उसके फरार साथी की तलाश भी तेजी से जारी है।