बिहार विधानसभा चुनाव 2025: आज होंगे तारीखों का एलान, दो चरणों में हो सकता है मतदान
बिहार में विधानसभा चुनाव की औपचारिक उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। निर्वाचन आयोग आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। आयोग की ओर से किए जा रहे व्यापक चुनावी प्रबंधन के बीच सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि इस बार चुनाव दो चरणों में कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
छठ पर्व के बाद पहले चरण की तैयारी, प्रवासी मतदाताओं को ध्यान में रखी रणनीति
सूत्रों के अनुसार, इस बार चुनाव की रणनीति प्रवासी बिहारियों की छठ पूजा के बाद राज्य में वापसी को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। अनुमान है कि पहला चरण छठ के तुरंत बाद — यानी 29 अक्तूबर के आसपास — आयोजित हो सकता है।
पहले चरण में उत्तरी और मध्य बिहार के ज़िलों को शामिल करने की संभावना है, जहां प्रवासी मतदाताओं की संख्या अधिक है। यह योजना मतदाता भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार की गई है।
- Advertisement -
243 सीटों के लिए होंगे चुनाव, 22 नवंबर से पहले संपन्न हो जाएगी प्रक्रिया
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। आयोग इस तिथि से पहले चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने की तैयारी में है। निर्वाचन आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने हाल ही में बिहार का दो दिवसीय दौरा किया और चुनाव तैयारियों की समीक्षा कर रविवार को दिल्ली लौट आई।
चुनाव में 17 नई पहलें लागू होंगी, 100 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को पटना में प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि इस बार चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए 17 नई पहलें लागू की जा रही हैं।
इन पहलों में शामिल हैं:
-
सभी मतदान केंद्रों पर 100% वेबकास्टिंग
-
15 दिन के भीतर मतदाता पहचान पत्र वितरण
-
मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन जमा करने की सुविधा
-
मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)
-
नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का कार्यान्वयन
22 वर्षों बाद मतदाता सूची का हुआ गहन शुद्धिकरण
सीईसी कुमार ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के माध्यम से राज्य में 22 साल बाद मतदाता सूची का व्यापक शुद्धिकरण किया गया है। उन्होंने कहा, “यह प्रक्रिया न केवल कानूनी है, बल्कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अनिवार्य भी है।”
यदि किसी मतदाता को सूची में नाम हटाए या जोड़े जाने को लेकर आपत्ति है, तो वह जिला मजिस्ट्रेट के पास अपील कर सकता है। नामांकन से 10 दिन पहले तक नाम जोड़े या हटाए जा सकते हैं।
नई व्यवस्था के तहत होगा बिहार चुनाव, देशभर में हो सकता है मॉडल लागू
मुख्य चुनाव आयुक्त ने संकेत दिया कि बिहार में अपनाई जा रही यह नई चुनावी प्रणाली भविष्य में पूरे देश में लागू की जा सकती है। पारदर्शिता, गति और व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तकनीक और प्रबंधन दोनों का समन्वय किया गया है।