1 अक्टूबर से बदल गए ये 5 बड़े नियम, सीधे आपकी जेब और जीवन पर पड़ेगा असर
नई दिल्ली।
अक्टूबर महीने की शुरुआत के साथ ही देशभर में कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव लागू हो गए हैं, जिनका सीधा असर आम आदमी की जेब, यात्रा और डिजिटल लेन-देन पर पड़ने वाला है। चाहे रेलवे टिकट बुकिंग हो, यूपीआई से पैसे भेजने या मांगने के नियम, या फिर एलपीजी सिलेंडर की कीमतें—अब इन सभी में नया सिस्टम लागू हो चुका है।
यदि आप इन बदलावों से अनजान हैं, तो समस्या में पड़ सकते हैं, और अगर समय रहते जानकारी है तो आप इनका समुचित लाभ भी उठा सकते हैं। आइए जानें 1 अक्टूबर 2025 से कौन-कौन से नियम बदल गए हैं:
1. रेलवे टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव
अब टिकट बुकिंग की प्रक्रिया पहले से सख्त और सुरक्षित हो गई है।
1 अक्टूबर से रेलवे ने नया नियम लागू किया है, जिसके तहत टिकट बुकिंग के पहले 15 मिनट में केवल वे लोग ही टिकट बुक कर पाएंगे जिनका आधार वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है।
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यह नियम IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर लागू है।
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नियम का उद्देश्य बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी और अधिक सुरक्षित बनाना है।
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इससे दलालों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और आम यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी।
2. यूपीआई लेन-देन से जुड़े नियमों में दो बड़े बदलाव
a. पी2पी (P2P) सुविधा बंद
अब आप यूपीआई ऐप के ज़रिए किसी अन्य व्यक्ति से सीधे पैसे की मांग नहीं कर पाएंगे।
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NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने बढ़ते साइबर फ्रॉड को देखते हुए यह सुविधा बंद की है।
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इससे यूपीआई फ्रॉड मामलों में कमी आने की उम्मीद है।
b. यूपीआई ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ी
अब एक बार में 5 लाख रुपये तक का यूपीआई ट्रांसफर किया जा सकता है।
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पहले यह लिमिट केवल 1 लाख रुपये थी।
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यह बदलाव खासकर व्यापारियों और उच्च-राशि के लेन-देन करने वालों के लिए राहतभरा है।
3. एलपीजी कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी
त्योहारी सीजन में महंगाई की मार
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दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1 अक्टूबर से बढ़ा दी गई है।
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पुरानी कीमत: ₹1580
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नई कीमत: ₹1595.50
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यानी प्रति सिलेंडर ₹15.50 की बढ़ोतरी
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हालांकि, घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जो आम उपभोक्ता के लिए राहत की बात है।
4. नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में नया निवेश नियम
1 अक्टूबर से NPS में मल्टीपल स्कीम फ्रेमवर्क लागू हो गया है।
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अब नॉन-गवर्नमेंट सेक्टर के निवेशक एक ही PAN या PRAN नंबर पर कई स्कीमों में निवेश कर सकते हैं।
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इससे निवेशकों को अधिक विकल्प और लचीलापन मिलेगा।
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यह बदलाव पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा लागू किया गया है।
5. ई-पेमेंट और डिजिटल सुरक्षा को लेकर सख्ती
यूपीआई बदलावों के साथ ही डिजिटल ट्रांजैक्शन के क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर निगरानी बढ़ा दी गई है।
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सभी बड़े डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म को फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम को अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
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आने वाले दिनों में ई-कॉमर्स वेबसाइटों और एप्स पर सख्त केवाईसी की भी आवश्यकता पड़ सकती है।
निष्कर्ष:
1 अक्टूबर से लागू हुए ये बदलाव आर्थिक, डिजिटल और सामाजिक जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आम नागरिक इन परिवर्तनों की जानकारी रखें ताकि ना सिर्फ वे इनका लाभ उठा सकें, बल्कि भविष्य में किसी भी असुविधा से बचा जा सके।


