नई दिल्ली, 22 सितंबर:
देश में जीएसटी 2.0 आज से लागू हो गया है, जो उपभोक्ताओं और व्यापारियों दोनों के लिए एक बड़ा तोहफा लेकर आया है। केंद्र सरकार द्वारा की गई इस नई टैक्स व्यवस्था में अब केवल दो स्लैब रह गए हैं, जिससे 400 से अधिक उत्पादों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इस सुधार से नवरात्र और आगामी दिवाली सीजन में देशव्यापी व्यापार में भारी उछाल की उम्मीद है।
GST 2.0 के तहत प्रमुख बदलाव
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सिर्फ दो जीएसटी स्लैब: पहले की जटिल दरों की तुलना में अब सिर्फ दो स्लैब (12% और 18%) लागू होंगे।
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400 से अधिक उत्पाद सस्ते: एफएमसीजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन, गारमेंट्स, फूड प्रोडक्ट्स और फुटवियर पर टैक्स घटाया गया।
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एमआरपी में सीधी कटौती: सरकार ने कंपनियों को जीएसटी में कटौती के अनुपात में एमआरपी कम करने के निर्देश दिए हैं।
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वाहनों की कीमतों में बड़ी कटौती
जीएसटी स्लैब में बदलाव का सबसे बड़ा असर वाहन उद्योग पर पड़ा है:
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टू-व्हीलर की कीमतों में ₹7,000 से ₹20,000 तक की कमी।
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कारों पर ₹50,000 से ₹1.5 लाख तक सस्ती हुईं।
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इससे ऑटोमोबाइल डीलरों के पास एडवांस बुकिंग में तेज़ी देखी जा रही है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंसेज़ पर राहत
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टीवी, एसी और फ्रिज जैसे उत्पादों की कीमतों में 10% तक गिरावट।
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उदाहरण के तौर पर, 55 इंच का टीवी अब करीब ₹4,000 तक सस्ता मिलेगा।
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35,000 रुपए के बेस प्राइस वाले एसी पर कुल 3,500 से ₹5,000 तक की बचत संभव।
एफएमसीजी और घरेलू सामान में 10-15% तक सस्ती खरीदारी
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रोजमर्रा के उत्पादों पर 10 प्रतिशत तक की कटौती से ग्राहकों के मासिक बजट में राहत।
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उपभोक्ताओं को अब नवरात्र से दिवाली तक के सीजन में ₹10,000 से ₹1 लाख तक की अतिरिक्त बचत होगी।
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यह अतिरिक्त रकम फिर से बाजार में खर्च होगी, जिससे आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी।
1 लाख करोड़ का अतिरिक्त व्यापार संभव
फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल के अनुसार, हर साल नवरात्र से दिवाली तक करीब ₹4.25 लाख करोड़ का व्यापार होता है। GST दरों में कटौती के चलते इस बार इसमें ₹1 लाख करोड़ का इजाफा होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताए GST 2.0 के फायदे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए GST 2.0 को “बचत उत्सव” की संज्ञा दी। उन्होंने कहा:
“अब जब आपकी रोजमर्रा की जरूरतें सस्ती हो रही हैं, तो आप अपनी पसंद की चीजें भी आसानी से खरीद सकेंगे। यह सुधार ‘नागरिक देवो भव’ की भावना से प्रेरित है।”
उन्होंने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने का आह्वान भी किया और कहा कि “स्वदेशी से ही भारत समृद्ध बनेगा।”
करदाताओं को दोहरा फायदा
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आयकर छूट सीमा बढ़ाकर ₹12 लाख कर दी गई है।
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साथ ही जीएसटी राहत जोड़ने पर देश के नागरिकों को सालाना ₹2.5 लाख करोड़ से ज्यादा की बचत होगी।
