बीकानेर। जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने बिहार की राजधानी पटना में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ‘जिलों का समग्र विकास’ में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया। यह सेमिनार भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के अधीन प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग द्वारा 11 और 12 सितंबर को आयोजित किया गया था।
राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में श्रीमती वृष्णि ने बीकानेर जिले में सुशासन एवं प्रशासनिक नवाचारों के अंतर्गत किए गए कार्यों की प्रभावी प्रस्तुति दी। चौथे सत्र में बोलते हुए उन्होंने जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों के सुदृढ़ीकरण, मनरेगा के अंतर्गत स्कूलों में चारदीवारी और शेड निर्माण, वृहद पौधारोपण, एवं दिव्यांग श्रमिकों को व्यक्तिगत लाभ के कार्यों में प्राथमिकता जैसे नवाचारों को विस्तार से समझाया।
उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय जनसुनवाई व्यवस्था के माध्यम से न केवल नागरिकों को त्वरित समाधान मिला, बल्कि प्रशासन के प्रति विश्वास भी मजबूत हुआ है। कलेक्टर ने इन पहलों के लागू होने से पहले और बाद के सांख्यिकीय व सामाजिक प्रभावों को रेखांकित करते हुए उनके सतत परिणामों और स्थायित्व की भी जानकारी दी।
विशेष रूप से उन्होंने यह बताया कि बीकानेर के आंगनबाड़ी केंद्रों में मिशन निर्माण के तहत हुए कार्यों से न केवल बाल विकास और पोषण में सुधार हुआ, बल्कि बच्चों के नामांकन और बौद्धिक स्तर में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एवं विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों ने भाग लिया। सेमिनार में देशभर से आए जिलाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए नवाचारों का प्रस्तुतीकरण किया।
यह उल्लेखनीय है कि इससे पहले जुलाई 2025 में नई दिल्ली में आयोजित महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय कार्यशाला ‘अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन: लेइंग द फाउंडेशन’ में भी श्रीमती नम्रता वृष्णि ने बीकानेर की पहल ‘मिशन निर्माण’ पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया था।