बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के उत्तर प्रदेश स्थित आवास पर देर रात हुई फायरिंग ने देशभर में सनसनी फैला दी है। घटना के बाद अब गैंगस्टर रोहित गोदारा और उसके गुर्गों का नाम सामने आ रहा है। इससे पहले बीकानेर में भी फायरिंग की एक घटना में गोदारा का नाम आया था, जिसके खिलाफ पहले से ही मामला दर्ज है।
बीती रात लगभग 3:30 बजे बरेली के सिविल लाइन्स इलाके में स्थित विला नंबर 40, जो कि दिशा पाटनी का पुश्तैनी घर है, वहां अज्ञात बदमाशों ने तीन से चार राउंड फायरिंग की। इस वारदात से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया।
घटना की सूचना मिलते ही बरेली पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को घेराबंदी कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश में पांच विशेष जांच टीमें गठित की हैं, जो अलग-अलग एंगल से मामले की पड़ताल कर रही हैं।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें गैंगस्टर रोहित गोदारा की ओर से इस फायरिंग की जिम्मेदारी ली गई है। फेसबुक पर शेयर किए गए इस पोस्ट में दावा किया गया है कि फायरिंग अभिनेत्री दिशा पाटनी द्वारा संतों और सनातन धर्म के कथित अपमान के विरोध में की गई।
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पोस्ट में लिखा गया है कि “यह सिर्फ एक ट्रेलर था, यदि भविष्य में किसी ने भी हमारे धर्म या संतों के प्रति अपमानजनक व्यवहार किया, तो अंजाम और भी गंभीर होगा।” इस पोस्ट में कथित तौर पर वीरेंद्र चारण और महेंद्र सारण नाम के व्यक्तियों का उल्लेख किया गया है, जो राजस्थान के डेलाणा क्षेत्र से जुड़े बताए जा रहे हैं।
हालांकि, यह पोस्ट फिलहाल सत्यापित नहीं है और पुलिस साइबर सेल इसकी प्रामाणिकता की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की पोस्ट से न केवल अफवाहें फैलती हैं, बल्कि कानून व्यवस्था को भी चुनौती मिलती है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में फायरिंग किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा लग रही है, जिसमें अपराधियों ने जानबूझकर धर्म और भावनाओं को हथियार बनाया है।
फिलहाल, बरेली पुलिस CCTV फुटेज, फोन कॉल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां भी इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं, क्योंकि यह मामला सीधे बॉलीवुड, धर्म और संगठित अपराध से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
निष्कर्ष:
दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग की घटना केवल एक आपराधिक मामला नहीं है, बल्कि यह एक खतरनाक ट्रेंड की ओर इशारा कर रही है, जिसमें सोशल मीडिया, धार्मिक भावनाएं और गैंगस्टर नेटवर्क का मिश्रण खतरनाक मोड़ ले सकता है। पुलिस और जांच एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गया है कि इस तरह की घटनाओं को समय रहते कैसे रोका जाए।