भारी बारिश और भूस्खलन ने रोकी वैष्णो देवी यात्रा, सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने की अस्थायी स्थगन की घोषणा
जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं के लिए एक नया प्रशासनिक नोटिफिकेशन जारी किया गया है, जिसमें यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित करने की घोषणा की गई है। पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश और अचानक हुए भूस्खलन के कारण यह निर्णय लिया गया है।
प्रशासन ने इस कदम को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए उठाया है। हालांकि यह फैसला हजारों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है, फिर भी सभी तीर्थयात्री प्रशासन के फैसले का सम्मान कर रहे हैं।
त्रिकुटा पहाड़ियों में बिगड़े हालात, रास्ते असुरक्षित घोषित
पिछले कई दिनों से त्रिकुटा पहाड़ियों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे मिट्टी धंसने और बड़े स्तर पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं।
- Advertisement -
-
अर्धकुंवारी से आगे का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है।
-
कई स्थानों पर यात्रा मार्ग ध्वस्त हो चुका है और मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
-
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और बारिश की संभावना जताई है, जिस कारण यात्रा की पुनः शुरुआत को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
भूस्खलन में 34 श्रद्धालुओं की मौत, दर्जनों घायल
घटना 26 अगस्त को दोपहर करीब 3 बजे की है, जब इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास अचानक भारी भूस्खलन हुआ।
-
इस हादसे में अब तक 34 तीर्थयात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।
-
मृतकों में कई राज्यों के श्रद्धालु शामिल हैं, जिनमें केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के यात्री प्रमुख हैं।
-
NDRF, SDRF और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और घायलों को कटरा और जम्मू के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
श्रद्धालुओं की भावनाएं: मायूसी के बीच सुरक्षा को प्राथमिकता
केरल से आए श्रद्धालु अरुण ने बताया, “मैं पिछले तीन दिनों से यहां हूं, माता के दर्शन की आस लिए बैठा हूं। लेकिन जान है तो जहान है।”
एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, “भूस्खलन में मारे गए तीर्थयात्रियों की खबर ने हमें झकझोर कर रख दिया है, हम प्रशासन के निर्णय के साथ हैं।”
उपराज्यपाल ने जांच समिति का गठन किया
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन के आदेश दिए हैं।
-
इस समिति का नेतृत्व जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा करेंगे।
-
इसमें जम्मू के संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक भी शामिल हैं।
-
समिति को दो सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
जांच के प्रमुख बिंदु होंगे:
-
भूस्खलन के कारणों की वैज्ञानिक जांच
-
घटना में प्रशासनिक या तकनीकी चूक की समीक्षा
-
बचाव व राहत कार्यों की समयबद्धता और प्रभाव
-
भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए स्थायी उपाय
प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइन
प्रशासन ने तीर्थयात्रियों के लिए एक नई सुरक्षा गाइडलाइन भी जारी की है, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख बातें शामिल हैं:
-
मौसम साफ होने तक यात्रा स्थगित रहेगी
-
ऑनलाइन और ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन पर फिलहाल रोक
-
श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से कटरा न पहुंचने की सलाह
-
हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं — 01991-234804 / 01991-232182
कब दोबारा शुरू होगी यात्रा?
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यात्रा तभी बहाल की जाएगी जब मौसम अनुकूल हो और मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित घोषित कर दिया जाए।
-
फिलहाल मार्गों की मरम्मत और सुरक्षा जांच जारी है।
-
जैसे ही हालात सामान्य होंगे, नई तारीख और दिशा-निर्देशों के साथ यात्रा फिर शुरू की जाएगी।