बीकानेर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: लॉरेंस बिश्नोई गैंग की बड़ी वारदात टली, दो बदमाश गिरफ्तार
राजस्थान में संगठित अपराध पर नकेल कसने की दिशा में बीकानेर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े दो कुख्यात अपराधियों को भारी मात्रा में हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई से शहर में संभावित गैंगवार या आपराधिक घटना को समय रहते टाल दिया गया है।
गैंग के गुर्गे हथियारों के साथ दबोचे गए
बीकानेर पुलिस ने श्रवण सिंह सोढा और राजेश तरड नामक दो अपराधियों को दबोचने में सफलता पाई है।
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पुलिस ने 5 देसी पिस्टल, 1 मैगजीन और 12 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
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दोनों आरोपियों पर ₹25,000 का इनाम घोषित था।
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गिरफ्तारी बीकानेर जिले के गजनेर थाना क्षेत्र से देर रात हुई।
IG और SP के निर्देश पर चला विशेष अभियान
लॉरेंस गैंग की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए बीकानेर रेंज के आईजी हेमंत शर्मा और एसपी कवींद्र सिंह सागर के निर्देशन में यह विशेष ऑपरेशन चलाया गया।
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इस अभियान को एडिशनल एसपी सिटी सौरभ तिवारी, एएसपी सदर विशाल जांगिड़, साइबर सेल प्रभारी दीपक यादव, और एमपी नगर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।
श्रवण सिंह: कुख्यात हथियार तस्कर और गैंग ऑपरेटर
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श्रवण सिंह सोढा, निवासी बज्जू, एक प्रमुख हथियार तस्कर है और ‘सोढा गैंग’ नाम से गिरोह संचालित करता है।
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हाल ही में इसी गैंग से जुड़े दो अन्य अपराधी भी खाजूवाला से गिरफ्तार किए गए थे।
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श्रवण गुजरात के गांधीनगर थाने में अपहरण और फिरौती के मामले में भी वांछित है।
राजेश तरड: हिस्ट्रीशीटर और गैंग से गहरा जुड़ाव
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राजेश तरड, निवासी खाजूवाला, एक हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ राजस्थान तथा अन्य राज्यों के विभिन्न थानों में करीब 25 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
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दोनों आरोपी गजनेर क्षेत्र में हुई मारपीट की एक बड़ी वारदात में भी शामिल रहे हैं।
हैरी बॉक्सर से संपर्क, बीकानेर में बड़ी साजिश की थी तैयारी
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर हैरी बॉक्सर के सीधे संपर्क में थे।
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बीकानेर में एक हाई-प्रोफाइल वारदात की योजना तैयार की जा रही थी, जिसे पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया।
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आरोपियों के नेटवर्क की जांच भी तेज कर दी गई है।
कड़े कानून के तहत केस दर्ज, गहन पूछताछ जारी
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ संगठित अपराध नियंत्रण कानून (BNS) और आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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पुलिस अब उनके अन्य साथियों और लॉरेंस गैंग के राजस्थान नेटवर्क पर फोकस कर रही है।
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हथियारों की आपूर्ति, फंडिंग और साजिशों को लेकर पूछताछ जारी है।