हदां में कुदरत का कहर: एक ही झटके में पशुपालक के 121 मवेशियों की मौत, गांव में पसरा मातम
राजस्थान के नागौर जिले के हदां थाना क्षेत्र में बीती रात एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसने एक पशुपालक की पूरी आजीविका पर संकट ला दिया। आकाशीय बिजली गिरने से 121 भेड़-बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे पूरे गांव में मातम छा गया है।
यह घटना न केवल आर्थिक नुकसान की है, बल्कि एक ग्रामीण परिवार की जीवनरेखा उजड़ने की मार्मिक कहानी भी बयां करती है।
घटना की पूरी जानकारी: एक झटके में सब कुछ उजड़ गया
हदां थाना प्रभारी ओमप्रकाश सुथार के अनुसार, हादसा शनिवार रात हदां से करीब चार किलोमीटर दूर स्थित मोहनराम के खेत में हुआ। यह खेत भाणेका गांव निवासी रेवंत सिंह ने किराए पर लेकर मवेशियों को चराने के लिए इस्तेमाल में लिया हुआ था।
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रेवंत सिंह पिछले कई वर्षों से इसी खेत में रहकर अपने 121 भेड़-बकरियों के सहारे अपना और अपने परिवार का गुजारा कर रहा था।
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घटना वाली रात रेवंत ने मवेशियों को रोज की तरह खेत के बाड़े में बंद कर दिया और खुद वहीं सो गया।
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आधी रात को अचानक मौसम बदला और तेज गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली खेत पर आ गिरी, जो सीधे मवेशियों के बाड़े में जा लगी।
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तेज धमाके और रोशनी से आसपास के खेत मालिक मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सभी मवेशी दम तोड़ चुके थे।
प्रशासन मौके पर, मुआवजे की मांग तेज
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रविवार सुबह, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
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गांव के वरिष्ठजन और सरपंच भी वहां पहुंचे और घटना का मुआयना किया।
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ग्रामीणों ने प्रशासन से रेवंत सिंह को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है, ताकि वह दोबारा अपने जीवन को संवार सके।
एक परिवार की आजीविका पर गिरी बिजली
रेवंत सिंह के लिए यह सिर्फ जानवरों की मौत नहीं, बल्कि उसकी पूंजी, जीवन का आधार और परिवार की रोजी-रोटी का अंत था।
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121 मवेशियों की कीमत लाखों रुपये में आंकी जा रही है।
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इस नुकसान ने पशुपालक को मानसिक रूप से भी तोड़ दिया है।
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ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि आपदा राहत कोष से तुरंत सहायता प्रदान की जाए।
बारिश के मौसम में बढ़ा जोखिम, पशुपालकों को सतर्क रहने की सलाह
आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं मानसून में अक्सर होती हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जानवरों को खुले में रखने की वजह से इस तरह के हादसे आम होते जा रहे हैं।
प्रशासन की ओर से पशुपालकों को समय रहते सुरक्षित व्यवस्था करने और बिजली गिरने से बचाव संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।