बीकानेर में सौर ऊर्जा पंपों का विस्तार: किसानों को सस्ती सिंचाई, अधिक उत्पादन
बीकानेर।
बीकानेर जिले के किसान अब डीजल और बिजली पर निर्भरता छोड़कर सौर ऊर्जा से सिंचाई की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री कुसुम योजना (कंपोनेंट-बी) के तहत अब तक जिले में 12,800 किसान सौर ऊर्जा पंप स्थापित कर चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
सरकार की मंशा खेती को हरित ऊर्जा से जोड़ने और किसानों का सिंचाई लागत कम करने की है। इसी क्रम में वर्ष 2025-26 तक जिले में कुल 3,500 नए सौर ऊर्जा पंपों की स्थापना का लक्ष्य तय किया गया है।
अब तक 500 से अधिक संयंत्र स्थापित, लंबित नहीं कोई आवेदन
उद्यान विभाग के सहायक निदेशक मुकेश गहलोत के अनुसार, जिले में वर्तमान में कोई भी आवेदन लंबित नहीं है, और आवेदन प्रक्रिया को त्वरित गति से पूरा किया जा रहा है। इस योजना के तहत तीन प्रकार की एचपी श्रेणियों में सोलर पंप किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं:
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पंप क्षमता (एचपी) | किसान द्वारा वहन की जाने वाली राशि (रुपये) |
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3 एचपी | ₹97,750 से ₹1,01,124 |
5 एचपी | ₹1,27,385 से ₹1,29,221 |
7.5 एचपी | ₹1,78,893 से ₹1,81,437 |
इसके अलावा, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के किसानों को अतिरिक्त ₹45,000 का अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है। सरकार द्वारा कुल मिलाकर लगभग 60% तक की सब्सिडी दी जाती है।
किसान कैसे करें आवेदन?
उपनिदेशक उद्यान रेणु वर्मा ने जानकारी दी कि किसान अपना आवेदन राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन कर सकते हैं या नजदीकी ई-मित्र केंद्र के माध्यम से भी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज:
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नवीनतम जमाबंदी व खेत का नक्शा (6 माह से अधिक पुराना नहीं)
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डीजल पंप के उपयोग का प्रमाण पत्र
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बिजली कनेक्शन न होने का शपथ पत्र
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अनुमोदित फर्म का चयन
जानकारी के लिए किसान उपनिदेशक उद्यान कार्यालय या संबंधित कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
सौर ऊर्जा पंप लगाने के प्रमुख लाभ
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ग्रीन एनर्जी का उपयोग: सौर ऊर्जा स्वच्छ, अक्षय और पर्यावरण के लिए अनुकूल है।
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डीजल/बिजली से मुक्ति: न बिजली की कटौती की समस्या, न ही डीजल के रोज़ाना खर्चे।
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कम लागत, अधिक लाभ: सरकार की सब्सिडी के कारण किसान पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता।
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पैदावार में वृद्धि: समय पर और पर्याप्त सिंचाई से फसल उत्पादन बेहतर होता है।
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लंबे समय तक उपयोग: एक बार स्थापित करने पर सोलर पंप वर्षों तक मुफ्त सेवा देता है।
बीकानेर बना अग्रणी जिला
बीकानेर जिला न सिर्फ राजस्थान में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सौर ऊर्जा पंपों की स्थापना में अग्रणी स्थान बनाए हुए है। किसानों की बढ़ती जागरूकता, सरकार की योजनाएं और विभागीय कार्यप्रणाली की दक्षता ने इस परिवर्तन को संभव किया है।