पीएम मोदी को अपशब्द कहने का मामला गरमाया, कोर्ट में सुनवाई आज, 4 सितंबर को बिहार बंद
पटना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सार्वजनिक मंच से मां की गाली दिए जाने के मामले ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। दरभंगा में एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किए जाने पर अब यह मुद्दा अदालत और सड़कों दोनों पर पहुंच चुका है। इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और मो. रिजवी उर्फ राजा के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मामला दर्ज किया गया है।
आज (3 सितंबर) पटना की एक अदालत में इस मामले पर सुनवाई होगी, जबकि एनडीए ने इसके विरोध में कल (4 सितंबर) को बिहार बंद का आह्वान किया है।
मामला कैसे शुरू हुआ
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की है। इसी क्रम में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का काफिला हाल ही में दरभंगा पहुंचा था। जाले विधानसभा क्षेत्र के सिमरी गांव में कांग्रेस नेता मोहम्मद नौशाद द्वारा आयोजित एक सभा में मंच से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया।
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मो. रिजवी उर्फ राजा नाम के एक व्यक्ति ने सार्वजनिक मंच से प्रधानमंत्री को मां की गाली दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद राज्य भर में बीजेपी और एनडीए कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए।
मंच किसका था और कौन जिम्मेदार
जिस मंच से यह विवादास्पद बयान दिया गया, वह कांग्रेस नेता और पूर्व युवा कांग्रेस सचिव मोहम्मद नौशाद का था। नौशाद फिलहाल AICC के सदस्य हैं और दरभंगा की जाले विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इस मामले में जब विवाद बढ़ा, तो नौशाद ने एक वीडियो जारी कर माफी मांगी, लेकिन यह मामला अब राजनीतिक और कानूनी दोनों मोर्चों पर तूल पकड़ चुका है।
कोर्ट में किन पर मामला दर्ज हुआ?
पटना हाई कोर्ट के वकील अवधेश कुमार पांडे ने इस घटना के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मानहानि का परिवाद पत्र दायर किया है।
यह मामला परिवाद संख्या 12873/2025 के रूप में दर्ज किया गया है और इसमें चार नामजद अभियुक्त हैं:
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राहुल गांधी (कांग्रेस नेता)
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तेजस्वी यादव (राजद नेता)
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मुकेश सहनी (वीआईपी प्रमुख)
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मो. रिजवी उर्फ राजा (मुख्य आरोपी)
परिवाद में भारतीय न्याय संहिता की धारा 3(5), 61(1)(2), 62, 356, 351 और 353 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
4 सितंबर को एनडीए का बिहार बंद
इस मुद्दे को लेकर एनडीए ने 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का ऐलान किया है। बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियां इस दौरान सड़कों पर उतरेंगी। महिलाओं और कार्यकर्ताओं द्वारा मार्च निकाला जाएगा और राहुल गांधी व तेजस्वी यादव से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की जाएगी।
राजनीतिक असर और बयानबाजी
एनडीए नेताओं ने इसे केवल प्रधानमंत्री का अपमान नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया है। बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे ऐसे मंचों पर मौजूद रहकर खुद को भी उस अपशब्द का सहभागी बना रहे हैं।
वहीं विपक्ष की ओर से यह तर्क दिया गया है कि मंच से जो बयान आया, वह किसी व्यक्तिगत समर्थक का था, नेताओं का नहीं। हालांकि, बढ़ते विरोध को देखते हुए फिलहाल कांग्रेस और आरजेडी दोनों ने इस मामले में कोई सीधा राजनीतिक बयान देने से बचाव किया है।