बीकानेर: जिले में लगातार बढ़ती आत्महत्याओं की घटनाओं ने एक गंभीर चिंता का विषय खड़ा कर दिया है। खासकर कम उम्र के युवाओं द्वारा उठाए जा रहे इस तरह के कदम समाज और प्रशासन दोनों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। जानकारों के अनुसार, इन आत्महत्याओं के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें नशा, प्रेम संबंधों में विफलता, बढ़ता कर्ज, ब्लैकमेलिंग और मानसिक तनाव जैसे मुद्दे प्रमुख हैं। इसके अलावा, कुछ मामलों में गंभीर बीमारियों से परेशान होकर भी लोग अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं।
हाल ही में जिले में दो और युवाओं ने आत्महत्या कर ली। पहली घटना देशनोक के हरखानियों का बास से सामने आई है। यहां के निवासी राकेश कुमार (उम्र 25) ने मानसिक तनाव के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस संबंध में उनके भाई अनिल ने देशनोक पुलिस थाने में मर्ग रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वहीं, दूसरी दुखद घटना छत्तरगढ़ की शर्मा कॉलोनी में हुई। यहाँ के निवासी तेजुसिंह (उम्र 25) ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पिता मोहन सिंह ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। दोनों ही मामलों में पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है। इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो जिले में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गहरी चिंता पैदा करती हैं।