बीकानेर जिले के नोखा थाना क्षेत्र से एक बड़े वित्तीय धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें स्थानीय मंडी के व्यापारी पुरखाराम जाट को करीब 23.85 लाख रुपये की चपत लगी है। इस संबंध में पुरखाराम ने नोखा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
व्यापार के नाम पर हड़पे लाखों रुपये
पुरखाराम जाट ने बताया कि वह जोरावरपुरा, नोखा के रेवंतराम और उनके पुत्र सीताराम के साथ कृषि जिंसों — जैसे ईसबगोल, जीरा, तिल आदि — का व्यापार कर रहे थे। यह लेनदेन 21 मई 2024 से 21 जून 2025 तक चला। इस अवधि में रेवंतराम की फर्म ‘हेमाराम लाधूराम’ पर कुल 23,85,512 रुपये बकाया हो गए।
पुरखाराम के अनुसार, उन्होंने कई बार बकाया राशि की मांग की, लेकिन रेवंतराम और सीताराम लगातार टालमटोल करते रहे। बाद में पता चला कि दोनों अपनी दुकान बंद कर नोखा से फरार हो चुके हैं। फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने दो टूक कह दिया कि वे पैसा नहीं लौटाएंगे।
तीसरा आरोपी सूरत में
पुरखाराम का आरोप है कि इस पूरे षड्यंत्र में भागीरथ नामक व्यक्ति भी शामिल है, जो वर्तमान में सूरत में रह रहा है। उसका कहना है कि तीनों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से उनकी फर्म से जिंसें तो लीं, लेकिन भुगतान नहीं किया।
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पुलिस जांच शुरू
नोखा पुलिस ने तीनों आरोपियों — रेवंतराम, सीताराम और भागीरथ — के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
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व्यापारी पुरखाराम जाट के साथ ₹23.85 लाख की धोखाधड़ी
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आरोपी रेवंतराम, उसका बेटा सीताराम और भागीरथ
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आरोपियों ने दुकान बंद कर नोखा छोड़ा, फोन भी बंद
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पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
इस मामले ने नोखा मंडी के व्यापारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है और व्यापारिक लेनदेन में सतर्कता की आवश्यकता पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है।