श्रीलंका में बड़ा राजनीतिक भूचाल: पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे हुए गिरफ्तार, सरकारी धन के गलत उपयोग का आरोप
कोलंबो — श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति और छह बार प्रधानमंत्री रहे रानिल विक्रमसिंघे को 22 अगस्त 2025 को क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) द्वारा सरकारी धन के अनधिकृत उपयोग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
आरोप का केंद्र — लंदन यात्रा पर सरकारी धन का इस्तेमाल
आरोप है कि उन्होंने सितंबर 2023 में अपने पद पर रहते हुए अपनी पत्नी के यूनिवर्सिटी में समारोह में शामिल होने के लिए लंदन की यात्रा के दौरान सरकारी कोष का गलत इस्तेमाल किया। यह यात्रा उनके पदयात्रा के हिस्से में नहीं थी, और विवाह समारोह में भाग लेने की मानकर इन्हें सरकारी खर्चा माना गया था
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि और कानूनी कार्रवाई
विक्रमसिंघे को CID कार्यालय में बुलाकर बयान दर्ज कराने के बाद गिरफ्तार किया गया। उन्हें कोलंबो फोर्ट मैजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहां से आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी। यह गिरफ्तारी श्रीलंका में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही अभियान का हिस्सा मानी जा रही है; राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायक की अगुवाई वाले वर्तमान प्रशासन ने अनेक वरिष्ठ राजनेताओं और पूर्व उच्च अधिकारियों के खिलाफ जांच तेज कर दी है
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देश की राजनीतिक पृष्ठभूमि
विक्रमसिंघे को 2022 से 2024 तक राष्ट्रपति पद पर रहे और 2024 में उन्होंने फिर से चुनाव हार दिया था। उन्हें 2022 की में आर्थिक तबाही के दौरान देश को स्थिरता की ओर ले जाने का श्रेय मिलता है, लेकिन उनकी नीतियों को कठोर कटौती और महंगाई के लिए भी आलोचना होती रही है
निष्कर्ष:
इस गिरफ्तारी ने श्रीलंका की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। यह पहली बार है जब देश के किसी पूर्व राष्ट्रपति को भ्रष्टाचार जांच में गिरफ्तार किया गया है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह कार्यवाही सिस्टम में वास्तविक जवाबदेही और पारदर्शिता की दिशा में बढ़ रहा है, या नहीं।