


लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्ष के सवालों का विस्तार से जवाब दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कांग्रेस, पाकिस्तान और आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सीधा और आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने कांग्रेस पर सेना का अपमान करने और पाकिस्तान के सुर में बोलने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ‘बुद्ध’ का देश है, युद्ध का नहीं, लेकिन शांति की राह ताकत के माध्यम से ही बनती है। उन्होंने खुलासा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने उन्हें फोन किया था, लेकिन वे उस वक्त सेना के साथ बैठक में व्यस्त थे।
उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले के आतंकियों को ऑपरेशन महादेव के तहत मार गिराया गया, लेकिन विपक्ष सवाल उठा रहा है कि यह कार्रवाई सावन के सोमवार को ही क्यों की गई। पीएम मोदी ने इसे दुर्भावनापूर्ण राजनीति करार दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सेना के पराक्रम को नकारती रही है, चाहे वह कारगिल विजय दिवस हो या सर्जिकल स्ट्राइक। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पाकिस्तान से हमले के सबूत मांग रही है, ठीक वैसा ही जैसा पाकिस्तान खुद करता है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर यह स्पष्ट करता है कि भारत अब आतंकवाद का जवाब अपने समय और तरीके से देगा। उन्होंने कहा कि अब परमाणु ब्लैकमेल नहीं चलेगा और जो सरकारें आतंकवाद को समर्थन देती हैं, वे भी निशाने पर रहेंगी।
PoK को लेकर उठे सवालों पर पीएम मोदी ने कहा कि यह कांग्रेस की सरकार थी जिसने पाकिस्तान को कब्जा करने का मौका दिया। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दल पाकिस्तान के दुष्प्रचार को बढ़ावा दे रहे हैं और सेना द्वारा प्रस्तुत तथ्यों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
उन्होंने अंत में कहा कि आज पूरा देश विपक्ष की इस राजनीति पर हंस रहा है और यह स्पष्ट है कि कांग्रेस की सोच राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ रही है।