

पीबीएम में 9.50 करोड़ के गलत टेंडर पर कार्रवाई, कमेटी को नोटिस
बीकानेर स्थित पीबीएम अस्पताल में 9.50 करोड़ रुपये की दवाओं की खरीद को लेकर हुए टेंडर घोटाले पर अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। इस मामले में टेंडर कमेटी के सदस्यों पर लापरवाही और अधीक्षक को गुमराह करने के आरोप लगाए गए हैं। टेंडर की प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ी सामने आने के बाद अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार द्वारा तत्काल प्रभाव से निविदा को निरस्त कर दिया गया है।
गलत तथ्यों के आधार पर टेंडर जारी
यह निविदा मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी के तहत दवाओं की रेट कॉन्ट्रेक्ट प्रक्रिया के लिए ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर जारी की गई थी। आरोप है कि टेंडर कमेटी ने गलत तथ्यों के आधार पर बिड तैयार की और अधीक्षक को वास्तविक जानकारी से अवगत नहीं कराया गया। अधीक्षक द्वारा गठित विशेषज्ञ जांच कमेटी की सिफारिश पर टेंडर को निरस्त किया गया।
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टेंडर कमेटी के सदस्यों को नोटिस
जिन अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगे हैं उनमें डॉ. मनोज माली, डॉ. सुभाष गौड़ और सीनियर अकाउंट ऑफिसर अभिषेक गोयल शामिल हैं। तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्ट रूप से जवाब मांगा गया है कि गलत तथ्यों के आधार पर बिड क्यों जारी की गई।
डीलिंग कर्मचारी को हटाया गया

टेंडर की फाइल से जुड़े कर्मचारी को भी तत्काल प्रभाव से संबंधित सीट से हटा दिया गया है। उसके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की तैयारी है और उसे नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।
अधीक्षक ने दी सफाई
हालांकि बिड दस्तावेजों पर अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार के हस्ताक्षर भी हैं, लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने कमेटी की रिपोर्ट पर विश्वास करते हुए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा कि एक-एक दस्तावेज पढ़ना संभव नहीं होता और कमेटी ने उन्हें गुमराह किया।
सरकार को भेजी गई रिपोर्ट
इस मामले की पूरी रिपोर्ट संभागीय आयुक्त और राज्य सरकार को भेज दी गई है। प्रशासन अब इस मामले में आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार कर रहा है। अस्पताल में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया की समीक्षा भी शुरू कर दी गई है।