

झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से 7 बच्चों की मौत, 28 घायल; प्रशासन पर गंभीर सवाल
राजस्थान के झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां एक सरकारी स्कूल की पुरानी और कमजोर इमारत की छत ढहने से 7 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 28 अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के वक्त स्कूल में कुल 60 बच्चे मौजूद थे।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के कारण प्रार्थना सभा कक्षा में करवाई जा रही थी, तभी अचानक छत भरभराकर गिर गई। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू किया और बच्चों को मलबे से निकालकर पास के अस्पताल में पहुंचाया।
घायलों की स्थिति गंभीर, 25 को जिला अस्पताल रेफर किया गया
मनोहरथाना अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद 25 गंभीर रूप से घायल बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अतिरिक्त डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मौके पर तैनात किया गया है।
ग्रामीणों का गुस्सा फूटा, चौराहा किया जाम
हादसे के विरोध में गांववासियों ने मनोहरथाना-अकलेरा रोड स्थित बुराड़ी चौराहे को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के दौरे और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे।
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जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ और एसपी अमित कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया।
जांच से पहले भवन गिराया गया, सबूत मिटाने का आरोप
कलेक्टर ने बताया कि स्कूल जर्जर भवनों की सूची में शामिल नहीं था, लेकिन हादसे के बाद प्रशासन ने इमारत के शेष हिस्से को जेसीबी से गिरवा दिया, जिससे स्थानीय लोगों ने सबूत नष्ट करने के आरोप लगाए हैं।

शिक्षकों पर गिरी गाज, 5 सस्पेंड
शिक्षा विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हेडमास्टर मीना गर्ग समेत पांच शिक्षकों को तत्काल निलंबित कर दिया है। इनमें जावेद अहमद, रामविलास लववंशी, कन्हैयालाल सुमन और बद्रीलाल लोधा शामिल हैं।
मानवाधिकार आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान
राजस्थान मानवाधिकार आयोग ने इस हादसे पर स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष जस्टिस जी.आर. मूलचंदानी ने इसे हृदय विदारक घटना बताया और जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और पुलिस से 7 अगस्त तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई और पीड़ितों को उचित मुआवजा देने के निर्देश भी दिए हैं।
राजनीतिक हलचल तेज, शिक्षा मंत्री पहुंचे घटनास्थल
राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अपना भरतपुर दौरा रद्द कर घटनास्थल का रुख किया है। साथ ही, शासन सचिव शिक्षा कृष्ण कुणाल, मंत्री के ओएसडी सतीश गुप्ता और कोटा संभाग की संयुक्त निदेशक तेज कंवर भी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्थिति की निगरानी शुरू कर दी है और जल्द पीड़ितों से मिलने की संभावना जताई गई है।
प्रशासन ने की शांति बनाए रखने की अपील
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है। सभी घायलों के इलाज के लिए ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, हादसे ने एक बार फिर राजस्थान के सरकारी स्कूलों की जर्जर इमारतों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।