

नई दिल्ली।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कंपनी को चार कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। ये नोटिस एयरलाइन द्वारा पिछले एक वर्ष में किए गए सुरक्षा मानकों के उल्लंघनों को लेकर दिए गए हैं। DGCA ने पायलटों और केबिन क्रू से संबंधित थकान प्रबंधन, प्रशिक्षण की अनदेखी और मानकों के उल्लंघन को गंभीरता से लिया है।
कई गंभीर लापरवाहियों का खुलासा
डीजीसीए की ओर से जारी नोटिसों में कुल 29 प्रकार के उल्लंघनों का उल्लेख किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
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पायलटों को अनिवार्य विश्राम अवधि न देना
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सिम्युलेटर प्रशिक्षण में खामियां
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ऊंचाई वाले हवाई अड्डों के लिए जरूरी प्रशिक्षण की कमी
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अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पर्याप्त केबिन क्रू की अनुपलब्धता
एयर इंडिया ने दी प्रतिक्रिया
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि इन नोटिसों की प्राप्ति एयरलाइन द्वारा कुछ स्वैच्छिक खुलासों के बाद हुई है। उन्होंने कहा,
“हम तय समय सीमा के भीतर DGCA को इन नोटिसों का जवाब देंगे। एयर इंडिया अपने चालक दल और यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।”
बीते हादसे के बाद और सख्ती
पिछले महीने अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर के इंजन उड़ान के तुरंत बाद बंद हो गए थे। इस पर एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आया कि ईंधन आपूर्ति बंद होने के कारण दोनों इंजन फेल हो गए थे। इसके बाद DGCA ने सभी एयरलाइनों को बोइंग विमानों के ईंधन नियंत्रण स्विच (FCS) की लॉकिंग व्यवस्था की जांच के आदेश दिए थे।
एहतियाती जांच पूरी: एयर इंडिया
एयर इंडिया ने बयान जारी कर बताया कि उसने अपने सभी बोइंग 787 और 737 विमानों में FCS लॉकिंग सिस्टम की एहतियाती जांच पूरी कर ली है और जांच के दौरान कोई खामी नहीं पाई गई। यह जांच DGCA के सुरक्षा निर्देशों के अनुरूप की गई।