

रफाल की जासूसी में चीन धरा गया, ग्रीस में खुफिया साजिश उजागर
रफाल लड़ाकू विमानों को लेकर चीन की साजिश एक बार फिर सामने आई है। ग्रीस के तानाग्रा एयरबेस के पास चार चीनी नागरिकों को रफाल और अन्य सैन्य सुविधाओं की तस्वीरें लेते हुए पकड़ा गया है। यह वही एयरबेस है जहां हाल ही में ग्रीस को मिले 24 रफाल जेट तैनात हैं।
ग्रीक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन चीनी नागरिकों ने सुरक्षा बलों की चेतावनी के बावजूद एक पुल से फोटो खींचना जारी रखा। इनमें दो पुरुष, एक महिला और एक युवक शामिल हैं। हेलेनिक एयर फोर्स पुलिस ने इन्हें मौके से गिरफ्तार कर तानाग्रा पुलिस स्टेशन में सौंप दिया।
पुलिस को इनके कैमरों में बड़ी संख्या में संवेदनशील तस्वीरें मिली हैं, जिससे यह मामला जासूसी का प्रतीत हो रहा है। इसके बाद एयरबेस पर हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है कि यह अलग-थलग घटना है या किसी बड़े खुफिया अभियान का हिस्सा।
इस घटना के सामने आने के बाद फ्रांसीसी खुफिया एजेंसियों का यह दावा और मजबूत हुआ है कि चीन रफाल की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में जुटा है। फ्रांस ने चीन पर आरोप लगाया है कि वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद रफाल की साख कमजोर करने के लिए दुष्प्रचार फैला रहा है।
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बताया गया है कि चीन सोशल मीडिया, एआई जनित सामग्री और अपने दूतावासों के माध्यम से गलत जानकारी फैलाकर रफाल के संभावित खरीदारों को चीनी विमानों की ओर आकर्षित करना चाहता है। हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के दौरान रफाल की भूमिका पर भी प्रश्न उठाए गए थे, जिससे यह जासूसी घटना और भी संवेदनशील बन गई है।
अब देखना यह है कि ग्रीस और फ्रांस इस मामले में चीन के खिलाफ क्या कदम उठाते हैं और क्या यह घटना किसी बड़े वैश्विक जासूसी नेटवर्क की कड़ी साबित होती है।